मेरठ। हस्तिनापुर में विकास खंड की ग्राम पंचायत सिरजेपुर निवासी दर्जनों किसान हादीपुर गांवड़ी की चकबंदी को रुकवाने के लिए जिलाधिकारी से मिले। उन्होंने चकबंदी विभाग के अधिकारियों पर गई गंभीर आरोप लगाए। जिलाधिकारी ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इन दिनों खादर क्षेत्र के गांव सिरजेपुर में चकबंदी चल रही है। इसके विरोध में किसान टिमराज सिंह, इंद्राज सिंह, सुरेश, संतु, हेम सिंह, अशोक कुमार, सुरेश, प्रदीप, ब्रह्मसिंह, फूल सिंह, चरण सिंह, प्रदीप नागर आदि जिलाधिकारी से मिले। उन्होंने गांव में होने वाली चकबंदी को रुकवाने की अपील की। किसानों ने जिलाधिकारी दीपक मीणा को बताया कि ग्राम पंचायत सिरजेपुर के हादीपुर गांवडी गंगा के किनारे बसा हुआ बाढ़ प्रभावित गांव है, जिसमें चकबंदी कार्य चल रहा है। चकबंदी अधिकारियों द्वारा रसूखदार किसानों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, जबकि लघु एवं गरीब किसानों की भूमि को फेरबदल किया जा रहा है। चकबंदी अधिकारियों द्वारा किसानों की सहमति के बिना समिति का गठन किया गया है, जो कि किसानों के हित में नहीं है।
उन्होंने बताया कि चकबंदी अधिनियम 1953 के अंतर्गत फॉर्म 6 पर किसानों को कोई सूचना नहीं दी गई, जिसके कारण चकबंदी रोकना अति आवश्यक है। हादीपुर गावड़ी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, जिसमें गंगा प्रत्येक वर्ष अपना रुख बदलती है। इस कारण किसानों की भूमि गंगा में तब्दील रहती है, जिसे चकबंदी में लाना संभव नहीं है। यहां गरीब छोटे किसान जो पिछले 50 वर्षों से अपनी जमीन पर काबिज हैं, चकबंदी विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें हटाकर बड़े किसानों को लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
किसानों ने आरोप लगाया कि चकबंदी कर्मचारी व कानूनगो किसानों के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने शिकायत लेकर किसानों को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। किसानों ने कहा कि चकबंदी विभाग द्वारा किसानों का शोषण किया तो वह आंदोलन करेंगे।