Friday, November 22, 2024

शामली में बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसानों का धरना 17वें दिन महापंचायत में हुआ तबदील

शामली। बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर गन्ना सोसाएटी कार्यालय पर चल रहा किसानों का धरना 17वें दिन महापंचायत में तबदील हो गया। जिसमें खाप चौधरियों के साथ साथ बालियान खाप के चौधरी व भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने भाग लिया। महापंचायत में खाप चौधरियों ने किसानों की समस्याओं का समाधान न होने पर बडा आन्दोलन की रूपरेखा तैयार करने की भी घोषणा की है।

बुधवार को बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर गन्ना सोसायटी में चल रहा क्षेत्र के किसानों का धरना 17वें दिन महापंचायत में तबदील हो गया। कालखांडे खाप के चौधरी बाबा संजय कालखांडे के निमंत्रण पर जिलेभर के खाप चौधरी महापंचायत में उपस्थित हुए।

भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से हठधर्मिता पर उतरी हुई है। सरकार किसानों की नहीं सुन रही है। पूर्व की सरकारों में किसानों को महत्व दिया जाता था और उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाता था। उन्होने कहा कि सरकार से जुडे जन प्रतिनिधि किसानों के बीच पहुंचे और उनकी समस्याओं का समाधान कराने का काम करे।

पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि 17 दिन बाद भी किसानों की समस्याओं का समाधान न किया जाना बडे ही दुख की बात है। उन्होंने डीसीओ को चेतावनी दी कि यदि किसानों का भुगतान न करने वाली शुगर मिलों पर एफआईआर दर्ज नहीं की जाती तो आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी।

सदर विधायक प्रसन्न चौधरी ने कहा कि वर्तमान केंद्र तथा प्रदेश सरकार सभी मुद्दों पर असफल साबित हो चुकी है। किसान मजदूर छोटे व्यापारी तथा युवाओं की समस्याओं तथा पीड़ा से उसे कोई सरोकार नहीं है इसका सीधा उदाहरण शामली गन्ना सोसाइटी पर लगातार 17 दिन से चल रहे किसानों के धरने प्रदर्शन के बावजूद भी सरकार द्वारा किसानों के बकाया गन्ना भुगतान की तरफ कोई भी सकारात्मक कदम उठाते हुए धारनारत किसानों से कोई संपर्क न करना सरकार की किसान मजदूर विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।

इस अवसर पर बाबा श्याम सिंह, बाबा शोकेन्द्र, बाबा उदयवीर, रालोद जिलाध्यक्ष वाजिद अली, भाकियू जिलाध्यक्ष कालेन्द्र मलिक, योगेन्द्र सिंह चेयरमैन, उमेश पंवार, सतीबर पूछ, विदेश मलिक, संजीव सिंभालका, जितेन्द्र टिटौली, राजन जावला, मैनपाल चौहान, देशराज पहलवान, कपिल खाटियान आदि मौजूद रहे।

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