Wednesday, June 26, 2024

ग्रेटर नोएडा में धरनारत किसानों ने प्रतिज्ञा, मांगे नहीं माने जाने तक जारी रहेगा धरना

नोएडा। किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) का चल रहा धरना रविवार को 10वें दिन जारी रहा। प्राधिकरण कार्यालय के बाहर 48 गांवों के किसान धरने में शामिल है। धरने में भारी संख्या में किसानों के साथ महिलाएं एवं युवा भी शामिल हुए। धरनारत किसानों का साफ शब्दों में कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जायेगी उनका धरना जारी रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिलाध्यक्ष चौ महेंद्र मुखिया ने बताया कि प्राधिकरण के अधिकारियों की मंशा साफ नहीं है। यदि किसानों के हित की बात करनी होती तो बोर्ड बैठक में जरूर कुछ हल निकलता। उन्होंने कहा कि संगठन को धरना जारी रहेगा। शीध्र ही धरना स्थल पर किसानों की एक बड़ी महापंचायत की जायेगी। महापंचायत की तैयारियों को लेकर गांव-गांव में बैठकों का दौर जारी है। उन्होंने बताया कि किसानों की मांग है कि पुश्तैनी-गैर पुश्तैनी का भेद खत्म किया जाए।
किसानों के 4 प्रतिशत भूखण्ड तथा लीज बैंक का निस्तारण करने, किसानों की आबादी सिफ्टिंग के मामलों का शीघ्र निस्तारण, किसानों की आबादी जहां पर है यथा स्थिति छोड़ी जाए। किसानों के 64.7 प्रतिशत मुआवजे एवं मूल मुआवजे का निस्तारण, प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में 6 प्रतिशत भूखण्ड की पात्र सूची का जल्द प्रकाशन करने, अधिसूचित ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को 40 प्रतिशत उद्योगों में रोजगार देने, तीनों प्राधिकरण के द्वारा जिन किसानों की भूमि अधिग्रहण की गयी है उनके बच्चों को 17.5 प्रतिशत स्कूलों में दाखिला सुनिश्चित करने, अधिसूचित ग्रामों में खेल के मौदान की व्यवस्था करने तथा जिन गांव में शमशान घाट नहीं है उन गांवों में शमशान घाट की व्यवस्था कराने संबंधी प्रमुख मांगें हैं।
वहीं आज धरना स्थल पर किसानों ने प्रतिज्ञा ली है कि जब तक उनकी सभी मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता है तब तक वे घर वापस नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के सौतेले व्यवहार को देखते हुए समस्त क्षेत्र के पीड़ित किसानों को लिखित आश्वासन पर कोई विश्वास नहीं है, क्योंकि प्राधिकरण ने 15 वर्षों से किसानों को गुमराह करने का काम किया है अब ऐसा हम आगे होने नहीं देंगे। चाहे हमें कितने ही दिन धरना क्यों न चलाना पड़े। किसानों ने साफ शब्ब्दों में कहा कि कुछ दलाल और प्राधिकरण के अधिकारियों की मिली भगत के कारण आज क्षेत्र का किसान दर-दर भटक रहा है और अपने हक के लिए धरने व आंदोलन करने पर मजबूर है।
इस दौरान  जिलाध्यक्ष चौ. महेंद्र मुखिया, चौ. प्रकाश प्रधान चौधरी दयाराम प्रधान, चौधरी धनेश प्रधान, प्रकाश प्रधान सिरसा, भरत प्रधान, कुलदीप पंडित तकीपुर, रोहित भडाना, हरेंद्र चौधरी, रोविन खारी, सुमित भाटी, वीरन नेता मायचा, राजेंद्र प्रधान मायचा, देवेंद्र नेता, होतेराम, नरेंद्र भाटी, सतवीर भाटी, लाल प्रधान, चिंता मुकदम, सुबोध, सचिन अवाना, मुकेश भाटी, विक्रम भाटी, अनिल नागर, सेलक प्रधान, जितेंद्र भाटी, आशीष नागर, प्रवीन भाटी सहित अन्य किसान नेता उपस्थित रहे।

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