अमरोहा- उत्तर प्रदेश के अमरोहा लोकसभा क्षेत्र में किसानों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी के बहिष्कार और गांवों में प्रवेश वर्जित लिखे बोर्ड, बैनर लगा दिए। भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा के अगले दिन से ही भाजपा के घोषित प्रत्याशी पूर्व सांसद कंवरसिंह तंवर के विरोध में अमरोहा जनपद के गांवों में जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाए गए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चे के मुख्य घटक भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के बैनर तले ग्रामीणों द्वारा रविवार को अपने-अपने गांव में भाजपा प्रत्याशी कंवर सिंह तंवर का इस बार चुनाव में बहिष्कार करने के साथ ही गांवों में उनके प्रवेश पर रोक लगाने से संबंधित बोर्ड और बैनर लगे हुए हैं।
भाकियू जिलाध्यक्ष नरेश चौधरी ने बताया कि जिस तरह केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों के दिल्ली प्रवेश पर पाबंदी लगाई थी उसी तर्ज़ पर किसानों ने फैसला किया है कि वह भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी को अपने गांवों में घुसने नहीं देंगे। आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के दावे और वायदे, सिर्फ चुनावी घोषणा तक सीमित हैं। पश्चिम उत्तर प्रदेश के गांवों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है।
यहां ज़मीनी विवादों की जड़ लेखपाल कानूनगो,थाने, तहसील, एसडीएम के पेशगार,चकबंदी, बिजली विभाग, रजिस्ट्री कार्यालय, मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय, ग्राम सचिव, आपूर्ति विभाग आदि विभागों में भृष्टाचार,पैट्रोल पंपों पर मिलावटी तेल और घटतौली, गांवों की ठप्प जलनिकास की वज़ह से मार्गों पर बहता नालियों का कचरा आदि शिकायतों की सुनवाई और निस्तारण को लेकर जनप्रतिनिधियों और व्यवस्था की बेरुखी से किसानों को भाजपा प्रत्याशी के बहिष्कार करने और गांव में घुसने पर पाबंदी लगाने का पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है। भाजपा प्रत्याशी के चुनाव को लेकर इस बार किसानों में कहीं कोई दिलचस्पी नहीं है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार और जनप्रतिनिधि अगर किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेते तो भाजपा प्रत्याशी के बहिष्कार करने की नौबत नहीं आती।