हरिद्वार। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सधे हुए नेतृत्व में लगातार खुलासे कर पूरे प्रदेश में नाम कमा रही हरिद्वार पुलिस ने 48 घंटे में किशोरी के ब्रूटल मर्डर केस का खुलासा किया। बहादराबाद क्षेत्रांतर्गत लावारिश हालत में मिला था नाबालिक के शव ने पूरी घटना से पर्दा उठाया। मामला नाबालिक से सामूहिक दुष्कर्म व हत्या का निकला है। घटना में शामिल महिला सहित 6 आरोपी दबोचे है। 3 की तलाश जारी है।
बता दें कि 23 जून को इस बच्ची को एक बर्थडे पार्टी के बहाने ले जाया गया। फिर उसको बीयर पिलाई। सुनसान इलाके में नितिन, निखिल पांचाल, तुषार और मौसम ने गैंगरेप किया और भाग गए। गैंगरेप की शिकार लड़की रात में मदद मांगने BJP नेता के भाई अमित सैनी के पास पहुंची। अमित ने भी उसकी आबरू लूटी और रात में पतंजलि रिसर्च इन्सटीट्यूट के सामने ले जाकर वाहन के आगे धक्का देकर मार डाला। वारदात करके अमित अपने चचेरे भाई BJP नेता आदित्यराज सैनी के पास पहुंचा। सारा घटनाक्रम बताया। आदित्यराज ने बच्ची की मां को गुमराह किया और पुलिस के पास न जाने की सलाह दी। हालांकि 24 जून को डेडबॉडी रिकवर हो गई। आदित्यराज को BJP ने निष्कासित कर दिया है, गिरफ्तारी बाकी है।
प्रकरण के नाबालिक से जुड़े होने व मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा प्रकरण की स्वयं मॉनिटरिंग का जिम्मा लेते हुए जल्द से जल्द घटना के सफल अनावरण हेतु अलग-अलग 5 टीमों का गठन किया गया था।विगत 2 दिन पूर्व नाबालिक के शव मिलने पर मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिए था। 48 घंटे के भीतर मर्डर केस का सफल खुलासा करते हुए घटना में शामिल आरोपियों को दबोचने में सफलता हासिल करते हुए एसएसपी अपने वादे पर खरे उतरे।
गठित पुलिस टीमों द्वारा मैनुअल पुलिसिंग/सर्विलांस टैक्टिक्स आदि प्रयोग करते हुए अपने-अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर घटना स्थल व नामजद अभियुक्तों के घरों के आस पास एवं राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे लगभग सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करते हुए लगभग 500 से अधिक संदिग्ध लोगों से पूछताछ व 900 से अधिक CCTV कैमरे, लगभग 100 से अधिक मोबाईल नंबरों की सीडीआर का अवलोकन करने व मृतका की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह तथ्य प्रकाश मे आया की मृतका विगत 6 माह से नामजद अभियुक्त अमित सैनी के संपर्क में थी जो उसको बहला फुसला कर शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण कर रहा था।
घटना से पूर्व की रात्रि 23 जून को नितिन जो कि मृतका को पूर्व से जानता था द्वारा अपनी सोची समझी साजिश के तहत अपने निखिल पांचाल, तुषार उर्फ भोला व एक अन्य दोस्त के साथ मृतका के साथ दुष्कर्म का प्लान बनाया। अपनी इसी सोची समझी साजिश के तहत नितिन द्वारा मृतिका से संपर्क कर उसे मिलने बुलाया जिसपर मृतका नितिन से मिलने के लिए तैयार हो गई और 23 जून की साय शिवगंगा विहार तिराहा शांतरशाह रोड से नितिन और निखिल मृतका को अपनी बुलेट मोटर साइकिल न0 यू0 के0 17 जी 2738 पर बैठाकर ले आए तथा इनके दोस्त तुषार उर्फ भोला व तुषार का दोस्त मौसम इनको हाईवे पर मिले। जिसके बाद पांचों, दो मोटेरसाइकिल पर बोंगला बाइ पास रोड पर आए और वहाँ पर इनके द्वारा स्वयं एव मृतका को बियर पिलाई गई जिससे मृतका को अधिक नशा होने के फलस्वरूप यह लोग मृतका को गंगा नहाने का बहाना करके हरिद्वार ले गए और उसके बाद वहाँ से मृतका को अपने साथ मोटर साइकिल पर वापस रोहल्की जाने वाले रोड पर सुनसान जगह पर ले गए ओर वहाँ पर पूर्व से योजना के तहत नितिन व निखिल द्वारा बारी बारी मृतका के साथ दुष्कर्म किया गया। इसके पश्चात तुषार व तुषार का दोस्त मृतका के साथ दुष्कर्म करने वाले थे इसी दौरान सड़क पर कुछ लोगों के आने जाने से ये लोग डर गए ओर नितिन व निखिल द्वारा मृतका को अपनी मोटर साइकिल पर बैठाकर 23 जून की रात्री को वापस मृतका के घर के पास छोड़ दिया गया व घटना के बारे में किसी को बताने पर अंजाम भुगतने की धमकी देकर भाग गए।
घटना के पश्चात रात को ही मृतका मदद के लिए अपने प्रेमी अमित सैनी उपरोक्त के घर पर पहुंची। जिस समय अमित के घर पर उसके पिता मदन पाल सैनी, माता शशि देवी एवं बहन रूबी सैनी मौजूद थे। अमित मृतका को चुपचाप अपने कमरे में ले गया जहां उसने संबंध बनाए। इस दौरान जब मृतका द्वारा स्वयं के साथ हुए दुष्कर्म की बात अमित सैनी को बताई तो अमित सैनी आगबबूला होकर मृतका पर ही भड़क गया और उसके साथ मारपीट करने लगा जिससे घर के अंदर काफी शोर शराबा होने लगा जिसपर अमित सैनी के परिजनों द्वारा लड़की के नाबालिक होने व सभी के फंसने के डर से लड़की के साथ मारपीट कर उसे घर से बाहर निकालने लगे। मारपीट के दौरान मृतका का सर इनके घर के लोहे के गेट पर लगा जिससे मृतका घायल हो गई। जिसपर अमित सैनी घबरा गया और लड़की को रास्ते से हटाने का प्लान बना कर मृतका का पीछा कर उसको रास्ते में पकड़कर उसकी हत्या करने के उद्देश्य से दिल्ली हरिद्वार हाईवे पर पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट के सामने लाया और अंधेरे का फायदा उठाते हुए मृतका को जान से मारने की नियत से रुड़की से हरिद्वार की ओर जाने वाले किसी अज्ञात वाहन के सामने धक्का देकर अंधेरे में खड़ा रहा ओर उसके मरने की पुष्टि करके वहाँ से भाग गया। और पूरी घटना की जानकारी अपने चचेरे भाई प्रधान पति आदित्य सैनी को बताई।
24 जून की प्रातः जब मृतका की माँ आदित्य राज सैनी के पास पहुंची तो आदित्य राज सैनी ने सबकुछ जानते हुए मृतका की मृत्यु के साक्ष्य व जानकारी को छुपाते हुए मृतका की माँ को गुमराह करते हुए पुलिस के पास न जाने व अपने स्तर से उसकी तलाश करने की बात कहकर भेज दिया गया ओर इस पूरे घटना क्रम पर नजर बनाए रखी। जब पुलिस द्वारा मृतका के फोटो सर्कुलेट किए गए तो इसके द्वारा सब कुछ जानते हुए भी पुलिस को मृतका के बारे मे कोई सूचना नहीं दी गई ओर पुलिस से भी सभी तथ्यों को छुपाया गया।
उक्त घटनाक्रम के पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर उक्त घटना में सम्मिलित मुख्य अभियुक्त अमित सैनी व उसकी मां को गिरफ्तार किया गया आरोपी अमित सैनी की निशांदेही पर खून आलूदा कपड़ा मृतका तथा घटना से संबंधित चादर व महिला अभियुक्ता से मृतका का मोबाइल बरामद किया गया। तथा मृतका के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने वाले अभियुक्त नितिन व निखिल पांचाल, तुषार उर्फ भोला व मौसम को घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल सहित दबोचा गया।
प्रारम्भिक पूछताछ में उक्त अभियुक्तों द्वारा उक्त घटना क्रम को स्वीकार किया गया। उक्त घटना में प्रकाश में आए अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास व अन्य साक्ष्य एकत्रित हेतु प्रयास जारी हैं। कप्तान के निर्देशन में थाना बहादराबाद पुलिस, सीआईयू हरिद्वार द्वारा एकजुटता के साथ किए गए सटीक खुलासे पर स्थानीय जनता द्वारा हरिद्वार पुलिस की कार्यशैली की सराहना की गई।
एसएसपी ने बताया कि यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, पूरी टीम ने एक यूनिट के रूप में काम किया, जिससे हम सही तरीके से प्रकरण का खुलासा कर पाए है। 24 जून को थाना बहादराबाद क्षेत्रांतर्गत सुबह लगभग 05:00 बजे पतंजलि रिसर्च सेंटर शांतरशाह के पास एक अज्ञात लड़की का शव बरामद होने पर पूरे क्षेत्र में सनसनी फेल गई थी। मृतका के शव की पहचान न हो पाने पर शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल मोर्चरी में रखवाया गया। जहां मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग करते हुए पोस्टमार्टम किया गया। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पूरे गांव में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु फोर्स तैनात करते हुए नाबालिक का दाह संस्कार कराया गया।