गाजियाबाद। लिफ्ट में फंसने के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ये मामले जानलेवा भी साबित हो रहे हैं और लोगों में काफी ज्यादा दहशत पैदा कर रहे हैं। ताजा मामला गाजियाबाद से आया है। जहां पर एक पिता-पुत्री लिफ्ट में फंस गए और इमरजेंसी डोर बेल ने भी काम नहीं किया। एक तेज झटके के साथ लिफ्ट 25वें फ्लोर से सीधे बेसमेंट में आकर रूकी।
गाजियाबाद के प्रतीक ग्रैंड सिटी सिद्धार्थ विहार के निवासियों का कहना है कि सोसाइटी में लिफ्ट की समस्या दिनों दिन गंभीर होती जा रही है। शुक्रवार को सोसाइटी निवासी अपनी पुत्री के साथ लिफ्ट में फंस गए। सोसाइटी निवासी सुधाकर यादव अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने के लिए लिफ्ट में जा रहे थे। वो 25वें फ्लोर पर रहते हैं और जैसे ही लिफ्ट में चढ़े लिफ्ट के डिस्प्ले पर कुछ भी दिखना बंद हो गया।
इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी बेल और टेलीफोन का बटन भी दबाया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। काफी देर तक फंसे रहने के बाद लिफ्ट एक जोरदार झटके के साथ नीचे जाने लगी। इस कारण दोनों बेहद डर गए। लिफ्ट झटके से बेसमेंट में जाकर रुकी।
बाद में सूचना देने पर लिफ्ट कंपनी के मैकेनिक ने बताया कि लिफ्ट की कमांड यूनिट टूट जाने के कारण लिफ्ट के सेंसर्स ने काम करना बंद कर दिया था। लिफ्ट मैन के न होने के कारण अप्रशिक्षित गार्ड द्वारा चलती हुई लिफ्ट को खोलने का प्रयास किया, जिससे लिफ्ट में जोरदार झटका लगा, जो कि जानलेवा हो सकता था।