गाजियाबाद। साहिबाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र के निस्तौली गांव के जंगल में मिट्टी लदा घोड़ा-बुग्गी पलटने से पिता-पुत्र की मौत हो गई। रास्ते में घोड़े के सामने नीलगाय का झुंड आने से हादसा हुआ। पिता-पुत्र बर्तन बनाने के लिए मिट्टी लेकर जा रहे थे। परिजनों ने कार्रवाई से इनकार कर शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया।
निस्तौली गांव में दिनेश प्रजापति (42) परिवार के साथ रहते थे। वह मिट्टी के बर्तन बनाते थे। परिवार में पत्नी सरोज, दो बेटे प्रियांशु (18) गोलू समेत अन्य सदस्य हैं। प्रियांशु दिल्ली में 8वीं कक्षा में पढ़ता था। परिजनों ने बताया कि बुधवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे दिनेश मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए जंगल में मिट्टी लेने गया था। पिता का हाथ बंटाने के लिए बड़ा बेटा प्रियांशु भी साथ चला गया। करीब पांच बजे वह मिट्टी लेकर घोड़ा बुग्गी से आ रहे थे।
रास्ते में घोड़े के सामने अचानक नीलगाय का झुंड आ गया। नीलगाय को देखकर बुग्गी का घोड़ा इधर-उधर भागने लगा और बुग्गी पलट गई। प्रिंयाशु बुग्गी के पहिये के नीचे आ गया और दिनेश के ऊपर मिट्टी गिर गई। तभी पीछे से आ रहे गांव के व्यक्ति ने देखा और दिनेश के परिजनों और ग्रामीणों को फोन किया।