गाजियाबाद। महापौर सुनीता दयाल मंगलवार को सेक्टर-12बी ब्लॉक में नगर निगम की प्रवर्तन की टीम लेकर खुद ही पहुंचीं और निरीक्षण किया। साथ ही प्राचीन शिव मंदिर तोड़ने वाले माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
महापौर ने पत्रकारों को बताया कि पिछले दिनों स्थानीय लोगों की शिकायत मिलने पर वार्ड 55 बी ब्लॉक राधेश्याम हलवाई के सामने विजय नगर में निरीक्षण किया था। इसमें जानकारी मिली कि कुटी पर नगर निगम की 5000 वर्गमीटर भूमि है। इस पर प्राचीन शिव मंदिर बना हुआ है और एक अवैध डेरी, शेड बनाने के लिए पक्का निर्माण किया जा रहा है व पूरी भूमि पर कब्जा किया जा रहा है। मौके पर कागजात मांगने पर किसी ने कोई कागजात नहीं दिखाए जबकि भूमि नगर निगम के पार्क की है।एनजीटी के निर्देशों के क्रम में किसी भी पार्क में कोई निर्माण नहीं किया जा सकता और यहां तो पूरे पार्क पर कब्जा किया गया है।
सूचना मिली कि प्राचीन शिव मंदिर को भूमाफिया द्वारा ध्वस्त किया जा चुका है। महापौर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए उन भूमाफिया पर एफआईआर दर्ज के निर्देश दिए। जहां देखा कि प्राचीन शिव मंदिर पूर्ण रूप से ध्वस्त किया जा चुका है और पूरे पार्क पर कब्जा करने की साजिश की जा रही है, अवैध निर्माण किया जा रहा है। महापौर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस भूमि की चार दीवारी कर पार्षद के सहयोग से मंदिर समिति बनाई जाए और भव्य मंदिर का निर्माण किया जाए। उसके अतिरिक्त भूमि पर बारात घर या पार्क विकसित किया जाए जिससे भूमि पर कब्जा न की जा सकें।
महापौर को स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां प्राचीन मंदिर बहुत पुराना था जिसको किसी ने तोड़ दिया यह पता नहीं किसने तोड़ा है, लेकिन हमारा आग्रह है कि जहां मंदिर था वहां मंदिर ही बनाया जाए और अन्य स्थान पर कब्जा किया जा रहा है उसपर नगर निगम कुछ भी कर सकता है। सरकारी भूमि कब्जा करने वालों के खिलाफ कानूनी करवाई की जाएगी। इस मामले में कुछ भूमाफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इसमें मोहित बैसला, राजेन्द्र चतुर्वेदी, विपिन, मनीष, विजय, चंद्रकला गौतम, बाबू मुन्ना को नामजद किया गया है।