नोएडा। औद्योगिक शहर नोएडा में बीते कुछ माह में दो दर्जन से अधिक लोगों ने आत्महत्या की। शहर में जिस तरीके से लोगों में आत्महत्या का प्रचलन बढ़ रहा है वह अब चिंता का विषय बन गया है। मनोवैज्ञानिकों की मानें तो छोटी-छोटी बातों को लेकर लोग मानसिक तनाव में आ रहे हैं।
जिनके अंदर तनाव को सहन करने की क्षमता कमजोर हो रही है और वह आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं। नोएडा में बीते 24 घंटे के दौरान विभिन्न जगहों पर रहने वाले 4 महिलाओं सहित 5 लोगों ने मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या कर ली।
पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि थाना बिसरख क्षेत्र के चिपयाना गांव के जंगल में मोहित यादव पुत्र सुरेंद्र यादव उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम बम्हेटा गाजियाबाद का शव एक पेड़ की डाल से फंदे से लटका हुआ मिला। उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मृतक के परिजनों से यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उन्होंने आत्महत्या क्यों किया है।
उन्होंने बताया कि थाना दनकौर क्षेत्र कैमूर चुहड़पुर गांव में रहने वाली श्रीमती पूनम पत्नी सोमपाल ने रात को मानसिक तनाव के चलते जहरीला पदार्थ खा लिया। अत्यंत गंभीर हालत में उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि थाना फेस-2 क्षेत्र में रहने वाली लवली खातून उम्र 15 वर्ष ने मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि थाना नॉलेज पार्क-तीन क्षेत्र में एक निर्माणाधीन मकान में काम करने वाली मजदूर महिला श्रीमती लक्ष्मी उम्र 52 वर्ष में मानसिक तनाव के चलते पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि थाना बादलपुर क्षेत्र में रहने वाली हेमा पुत्री ओम प्रकाश उम्र 20 वर्ष में मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर आज सुबह को पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। वह सूर्य सिटी कॉलोनी छपरौला में रहती थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।