प्रतापगढ़। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार को प्रतापगढ़ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए बिना रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम लिए कहा कि हमें चारों तरफ से समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का समर्थन मिल गया है। आम आदमी पार्टी (आप) का भी समर्थन मिल गया है। जो लोग थोड़ा बहुत नाराज रहते थे, वो लोग भी आज साथ आ गए हैं।
इस दौरान रैली में काफी संख्या में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के कार्यकर्ता भी झंडा लेकर पहुंचे थे। राजा भैया के समर्थकों ने सपा प्रत्याशी को वोट देने की अपील की। अखिलेश यादव ने राजा भैया का नाम लिए बिना कहा कि जो नाराज थे, अब तो उनका भी समर्थन मिल रहा है। यहां के सांसद अब रो रहे हैं। वो इस बार प्रतापगढ़ से लाखों वोटों से हार रहे हैं। दिल्ली वाले यहां इसी मैदान में आए थे। यहां जनता ही नहीं आई। वो सोच रहे थे कि लोग कहां चले गए। उन्हें नहीं पता कि जनता बदलाव चाहती है। उन्होंने कहा कि सुनने में आया है कि जनता का गुस्सा देखकर यहां भाजपा प्रत्याशी की आंखों से आंसू निकल आए हैं। 10 साल में इनकी हर बात और वादा झूठा निकला। जबसे कांग्रेस और सपा एक हुए तब से दिल्ली और लखनऊ का इंजन आपस में टकरा रहा है। ये लोग जीरो होने जा रहे हैं। लखनऊ और दिल्ली वाले हम लोगों को गुमराह कर रहे हैं। धोखा दे रहे हैं। याद है, सपा सरकार में हम लोगों ने लैपटॉप दिया था। उसकी नकल करने के बाद इस सरकार ने उसे छोटा कर दिया है। इतना छोटा कि उसमें उंगली घिसते रहिए, वो चलता ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने एंबुलेंस दी थी, इन्होंने एंबुलेंस तो खराब कर दी। साथ ही अस्पताल की व्यवस्था भी खराब कर दी। दिल्ली वालों ने कभी भी ऐसा कोई अस्पताल नहीं बनाया, जहां फ्री इलाज मिल सके। हमने 100 नंबर वाली पुलिस बनाई, गाड़ी दी थी। इन्होंने उसका नाम बदल दिया। सपा मुखिया ने कहा कि यह लोग शहजादे-शहजादे करते हैं। यही शहजादे शह भी देंगे और मात भी। दिल्ली वालों ने दिल्ली में अपना सामान बांध लिया है। अब जनता इनसे अपने वोटों के माध्यम से हिसाब-किताब करने जा रही है।
जब कोई इनसे इलेक्टोरल बॉन्ड के बारे में पूछता है तो उसका जवाब नहीं देते हैं, इलेक्टोरल बॉन्ड ने इनके भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी है। केंद्र में हमारी सरकार बनेगी तो जो 30 लाख नौकरियां खाली हैं, वो भरी जाएंगी, साथ ही साथ अग्निवीर की नौकरी को खत्म करने का काम किया जाएगा। इस सरकार ने जान-बूझकर पेपर रद्द करवाए हैं, जिससे इनको नौकरी ना देनी पड़ जाए और आरक्षण ना देना पड़ जाए।