नोएडा। नोएडा के तमाम आरडब्ल्यूए के विरोध के बीच आज रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) की वार्षिक आमसभा की बैठक हुईं। बैठक के दौरान आय-व्यय के विवरण के साथ ही फाउंडर सदस्यों को चुनाव लड़ने और वोट देने के अधिकार पर आम सहमति बनी। इसके साथ ही 19 नवंबर को होने वाले फोनरवा चुनाव के लिए चार चुनाव अधिकारियों का चयन भी किया गया।
सेक्टर-52 स्थित फोनरवा कार्यालय में हुई वार्षिक आमसभा की बैठक में बड़ी संख्या में सदस्य शामिल हुए। बैठक के दौरान विभिन्न आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों द्वारा सेक्टरों के विकास से संबंधित पूछे गए सभी सवालों का जवाब अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा ने सहजता से दिया। बैठक के दौरान महासचिव केके जैन ने गत वर्ष की गतिविधियों व उपलब्धियों का विस्तृत विवरण में प्रस्तुत किया। वहीं कोषाध्यक्ष अशोक मिश्रा ने पूरे साल के आय और व्यय का विवरण दिया। जिसको सभी उपस्थित सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके अलावा फाउंडर सदस्यों को चुनाव लड़ने और वोट देने के अधिकार के एजेंडे को सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित किया गया।
बैठक के दौरान फोनरवा कार्यकारिणी द्वारा चुनाव से संबंधित लिए गए सभी निर्णय की जानकारी दी गई। बताया गया कि फोनरवा की नई कार्यकारिणी कमेटी का चुनाव आगामी 19 नवंबर को फोनरवा कार्यालय में चुनाव अधिकारी कर्नल (रिटायर्ड) एसके वैद्य, डीके खरबंदा, वीएस नगरकोटी और लोकेश सिन्हा की देखरेख में संपन्न कराया जायेगा।
बैठक के दौरान महासचिव केके जैन ने कुछ सदस्यों द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में कहा कि उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप मनगढ़ंत है और सभी कार्य कार्यकारिणी द्वारा फोनरवा के बाइलॉज में दिए गए नियमों के आधार पर ही किए गए हैं। उन्होंने इस बात का भी खंडन किया की कुछ लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि फोनरवा की कार्यकारिणी को कालातीत कर दिया गया है जो की पूर्णरूप से असत्य है।
बैठक में उपस्थिति सभी सदस्यों ने एक ही सुर में कुछ सदस्यों द्वारा गलत सूचनाएं देकर फोनरवा की छवि खराब करने तथा वार्षिक आम सभा को असंवैधानिक मानते हुए बहिष्कार करने की अपील की कड़े शब्दों में आलोचना की।