चंडीगढ़। आगामी 23 जुलाई को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली हैं. इस बजट से देश का हर वर्ग कई उम्मीदें लगा कर बैठा है. वहीं देश का युवा वर्ग सरकार से शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा की मांग कर रहा है।
मिट्स के फाउंडर एमके भाटिया ने एक सत्र में डायरेक्टरों से विचार विमर्श करके अपनी राय रखी है कि इस बजट में युवाओं, महिलाओं व एम एस एम ई के लिए विशेष प्रावधान होने चाहिए।
हर प्रतिभाशाली युवा चाहे वह किसी भी वर्ग से संबंधित हो को उच्चतम व स्किल्ड एजुकेशन के लिए संभावनाओं की कमी नहीं होनी चाहिए, ताकि सब स्वावलंबी बन पाएं।
एमके भाटिया ने कहा कि हम विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की और अग्रसर हैं, ऐसे में भारत में स्टार्टअप एमएसएमई महिलाओं और युवाओं के लिए संभावनाओं की कमी नहीं होनी चाहिए, उन्हें स्किल बेस्ड एजुकेशन के साथ-साथ एंटरप्रेन्योरशिप के लिए विशेष प्रशिक्षण निशुल्क दिए जाने चाहिए और उन्हें अपने स्टार्टअप व एमएसएमई लगाने के लिए आसान शर्तों पर बिना कोलेट्रल के डिजिटल लोन की सुविधा ही भारत को विश्व पटल पर शिखर तक ले जाएगी।