गाजियाबाद। गाजियाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है। सामूहिक विवाह के 11 नवंबर 2022 को गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर मे हुए आयोजन में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसके चलते यहां पर 6 महिलाओं उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा दी जा रही सामूहिक विवाह में ₹75000 अनुदान की राशि को हड़पने की नीयत से दोबारा शादी की है। यह मामला उजागर हुआ तो इन 6 महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसके अलावा अब सभी दस्तावेजों की गहनता से जांच की जा रही है।
गाजियाबाद में हुए सामूहिक विवाह के 11 नवंबर 2022 को गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर मे हुए आयोजन में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसके चलते यहां पर 6 महिलाओं उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा दी जा रही सामूहिक विवाह में ₹75000 अनुदान की राशि को हड़पने की नीयत से दोबारा शादी की है। इस पूरे मामले का खुलासा उस वक्त हुआ। जब उन्होंने अपने फर्जी दस्तावेज जमा किए। इन सभी दस्तावेजों की गहनता से जांच की गई तो यह मामला उजागर हुआ और एक या दो नहीं बल्कि 6 महिलाओं के द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपनी बेटियों की दोबारा शादी कर दी गई।
हालांकि इन 6 महिलाओं के खिलाफ थाने में सिहानी गेट थाने में पुलिस ने मामला दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इन सभी ने अपनी बेटियों की शादी पिछले साल नवंबर में गाजियाबाद में हुए सामूहिक विवाह के दौरान शादी कराई थी। इस साल जनवरी में फाइलों की छानबीन के दौरान अधिकारियों ने छह मजदूरों के जमा कराए गए दस्तावेजों में काफी खामियां पाई तो यह मामला उजागर हुआ। उनके दस्तावेज में आधार कार्ड में से एक में महिला के पति का नाम पहले से ही लिखा था। इसका मतलब उसकी शादी पहले से ही हो चुकी थी। जब अधिकारियों के सामने इस तरह का मामला या तो गहनता से जांच की गई जिसमें पूरा मामला खुलकर सामने आ गया।
श्रम विभाग के श्रम आयुक्त वीरेंद्र कुमार ने बताया कि इनके खिलाफ जांच शुरू की तो इस पूरे मामले का खुलासा हो गया। वीरेंद्र कुमार सहायक श्रम आयुक्त का कहना है कि उन्होंने इन सभी को रिकवरी नोटिस जारी कर दिया है। हालांकि अभी तक उनके द्वारा पैसा वापस नहीं किया गया है। इसलिए श्रमिकों श्रमिक को के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से यह मामला सामने आया है तो अब सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है।