मुजफ्फरनगर-मुज़फ्फरनगर विकास प्राधिकरण में वीसी के भ्रष्टाचार की शिकायत करना एक शिकायतकर्ता को भारी पड़ गया है। विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा ने शिकायतकर्ता को अपने दफ्तर में बुलवाया और अपने पीए और गनर से दफ्तर में उसकी पिटाई करा दी।
मौहल्ला खालापार निवासी मौहम्मद साजिद अंसारी पुत्र इसरार अहमद अंसारी ने थाना सिविल लाइन के थाना अध्यक्ष को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि आज सुबह 10:49 पर मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा के पीए आरपी सिंह का फोन आया था और उन्हें और उनकी माता रफत परवीन को तुरंत ऑफिस में बुलाया था।
साजिद अंसारी ने बताया कि मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण में चल रहे भ्रष्टाचार की शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय में की थी, जिसकी जांच सहारनपुर के मंडल आयुक्त के पास आई हुई है, उन्होंने जांच में उन्हें बुलाया हुआ है, इसी जांच के संबंध में उपाध्यक्ष कविता मीणा ने कहा कि तुमने मुख्यमंत्री को मेरी शिकायत की है,जिस पर हमने मैडम को बताया कि कोर्ट में केस चल रहा है और आपने धोखाधड़ी से नक्शे पास किए हैं और उसमें आर्थिक लाभ लिया है।
साजिद ने बताया कि इसके बाद उपाध्यक्ष ने पहले तो एफआईआर कराकर जेल भेजने की धमकी दी जिसके बाद अपने पीए और गनर को बुलाया और कहा कि इसकी पिटाई कर दो, इसका मोबाइल छीन लो। साजिद का आरोप है कि एमडीए के दफ्तर में उसके साथ हाथापाई की गई और उसकी मां रफत परवीन को भी धक्का दिया गया और मोबाइल तोड़ दिया गया।
साजिद ने बताया कि उसने डायल हंड्रेड को तत्काल सूचना दी, इसके बाद डायल 100 की टीम भी वहां आई, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। साजिद ने बताया कि विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार बहुत बड़े पैमाने पर चल रहा है,वीसी कविता मीणा द्वारा भ्रष्टाचार के उसके पास बहुत सबूत है, जिसकी शिकायत उसने मुख्यमंत्री पोर्टल पर की थी जिसकी जांच सहारनपुर में कमिश्नर के यहां आने की वजह से मैडम उससे खफा थी और उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रही थी जिससे इंकार करने पर उन्होंने पिटाई कराई है। साजिद ने विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। दूसरी तरफ इस संबंध में MDA के सचिव आदित्य प्रजापति ने बताया कि उनके कार्यालय में ऐसा कुछ नहीं हुआ है, आरोप सही नहीं है , दुर्व्यवहार और भ्रष्टाचार के आरोप बेबुनियाद, मनघंडंत और निराधार है।