मेरठ। मेरठ में मेला नौचंदी के पटेल मंडप में इस बार होने वाले कवि सम्मेलनों को लेकर शहर के कुछ कवियों में गुटबाजी हो गई है। एक पक्ष के लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय में सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाया कि उन्हें कवि सम्मेलन कराने के लिए जरूरत से ज्यादा बजट दिया गया है। साथ ही कवि दंपती को दो कार्यक्रम दे दिए गए।
ज्ञापन देने वालों में सुदेश यादव दिव्य ने कहा कि इस बार बड़े बजट पर एक ही परिवार के दो सदस्यों को दो कवि सम्मेलन दे दिए गए हैं। एक कवि सम्मेलन का बजट चार लाख और दूसरे का 3.5 लाख का दिया गया है।
पूर्व के वर्षों में कम बजट में आयोजन होते रहे हैं। यह भी मलाल है कि उन्हें मौका नहीं दिया गया। ऐसे में कवि समुदाय में रोष है। सिटी मजिस्ट्रेट ने उनकी टीम को मंगलवार को जिलाधिकारी से मिलने के लिए कहा।
वहीं, कवि सौरभ जैन सुमन ने बताया कि उनकी पत्नी कवयित्री अनामिका अंबर को जो कार्यक्रम दिया गया है वह प्रदेश स्तर का कवयित्री सम्मेलन है। देशभर में होने वाले कवि सम्मेलनों में अकेले अनामिका अंबर ही एक कार्यक्रम के 4 लाख रुपए तक लेती हैं।
ऐसे में बहुत ही कम बजट में कार्यक्रम किया जा रहा है। दूसरा कार्यक्रम जिसकी बात की जा रही है वह हिंदी साहित्य अकादमी का कार्यक्रम है। इसके अध्यक्ष मनमोहन भल्ला हैं। पैसा हिंदी साहित्य अकादमी के खाते में जाएगा।
देर शाम हुआ दोनों पक्ष में समझौता
कवियों के बीच दिनभर उठापटक के बाद देर रात उनके बीच समझौते की खबर आई। कवयित्री तुषा शर्मा और कवि सुमनेश सुमन ने कहा कि कोई भी विवाद शेष नहीं है। सभी विषयों पर पुन: मीडिया को अवगत कराया जाएगा।
कवियों के बीच दिनभर उठापटक के बाद देर रात उनके बीच समझौते की खबर आई। कवयित्री तुषा शर्मा और कवि सुमनेश सुमन ने कहा कि कोई भी विवाद शेष नहीं है। सभी विषयों पर पुन: मीडिया को अवगत कराया जाएगा।