मुंबई। महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बसवराज पाटिल मुरुमकर ने कांग्रेस का हाथ और साथ छोड़ दिया दिया है। बसवराज पाटिल के कांग्रेस प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने से मराठवाड़ा में कांग्रेस को एक और झटका लगा है। इससे पहले अशोक चव्हाण ने कांग्रेस छोड़ दी थी। बसवराज पाटिल के भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलें हैं।
दरअसल, बसवराज पाटिल लिंगायत समुदाय के नेता हैं। वह धाराशिव (उस्मानाबाद) तालुक में उमरगा के मुरुम के मूल निवासी हैं। राजनीतिक हलकों में बसवराज पाटिल को पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल चाकुरकर के बेटे के रूप में जाना जाता है। वह कांग्रेस के वफादार हैं और औसा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने वर्ष 2009 और वर्ष 2014 में औसा से दो चुनाव जीते। विधायक के पहले ही कार्यकाल में कांग्रेस ने उन्हें राज्यमंत्री का पद दिया। हालांकि, वर्ष 2019 में अभिमन्यु पवार से हार के बाद बसवराज पाटिल को कांग्रेस में कुछ हद तक दरकिनार कर दिया गया था।
बताया जा रहा है कि बसवराज पाटिल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से मुलाकात कर चुके हैं और बहुत जल्द उनकी मौजूदगी में अपने कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस संबंध में बसवराज पाटिल ने अब तक चुप्पी साध रखी है।