मेरठ/ मुरादाबाद- सरधना विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने महाकुंभ के समापन पर बाबर और औरंगजेब का जिक्र करते हुए कहा कि महाकुंभ में बाबर और औरंगजेब को मानने वाले कुछ गलत ढूढने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने टीवी एक्ट्रेस के होली को लेकर दिए बयान पर पलटवार किया है।
मेरठ के सरधना क्षेत्र के भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व हर सनातनी के लिए एक बड़ा दिन है। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर हम सभी जल चढ़ाकर शिव की पूजा अर्चना कर रहे हैं। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में महाकुंभ के समापन के बीच बयान देते हुए बाबर और औरंगजेब का जिक्र किया है।
पूर्व विधायक संगीत सोम आज बुधवार सुबह मुरादाबाद के सहसपुर गांव में सिद्धार्थ शेखर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। हालांकि उन्हें दोपहर बाद शिव बरात का उद्घाटन करना था। लेकिन निजी व्यस्तता के चलते वह सुबह दस मिनट सहसपुर रूककर वापस मेरठ लौट आए। पूर्व विधायक ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि कहा कि महाकुंभ में प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा काफी अच्छी व्यवस्थाएं किए जाने के बावजूद बाबर और औरंगजेब को मानने वाले वहां भी कुछ गलत ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा नेता संगीत सोम ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि आरएसएस दुनिया का ऐसा संगठन है जो लोगों को समृद्ध बनाने और मानवता के लिए काम करता है। पूर्व भाजपा विधायक ने एक टीवी अभिनेत्री के होली को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि ऐसे लोग रहते भारत में हैं और प्रेम पाकिस्तान से करते हैं। ऐसे लोगों को वहीं चले जाना चाहिए।
संगीत सोम ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा महाकुंभ को लेकर लगातार की गईं टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसे लोग कभी भी राष्ट्र हितैषी नहीं हो सकते।
श्री सोम ने आह्वान किया कि बाबर और औरंगजेब जैसे आक्रांताओं से जुड़ी कोई भी पहचान देश में न रहे इसके लिए मिलकर एक मुहिम चलाई जानी चाहिए।
महाशिवरात्रि पर्व पर आयोजित एक सामूहिक कार्यक्रम में शामिल होने बिलारी क्षेत्र में पहुंचे भाजपा नेता तथा सरधना के पूर्व विधायक सोम ने महाकुंभ पर सियासत करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विशाल महाकुंभ की आस्था का हिस्सा बने लगभग 65 करोड़ लोग भारत की समृद्ध संस्कृति और एकता को दुनिया ने देखा और महसूस किया है। जबकि बाबर और औरंगजेब जैसे विदेशी आक्रांताओं की औलादें वहां लगातार कुछ न कुछ कमी ढूंढने का काम करतीं रहीं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान का भी समर्थन किया जिसमें मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बोलते हुए कहा था कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसे वही दिखाई दिया। गिद्धों ने लाशें तलाशीं तो उन्हें लाशें दिखाई दीं, सूअरों ने गंदगी तलाशी तो उन्हें गंदगी मिली।इस तरह जिस भावना से महाकुंभ देखा उन्हें वही नजर आया।
श्री सोम ने धर्माचार्यों द्वारा महाकुंभ में गैर सनातनी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से भले ही कुछ सेक्युलरवादियों को ग़लत लगा हो लेकिन निर्णय सही साबित हुआ।क्योंकि महाकुंभ में न तो किसी के साथ छेड़छाड़ हुई और न ही थूक मिला खान-पान परोसा गया।