कौशांबी। पूर्व सपा सांसद बलरामपुर रिजवान जहीर के दामाद रमीज को मंझनपुर पुलिस ने रविवार को जेल के दरवाजे से हिरासत में ले लिया है। पुलिस की गिरफ्तारी से पहले आरोपी की पत्नी ज़ेबा ने जेल के बाहर पति का मोबाइल से वीडियो बनाकर वायरल किया है। उसे डर सता रहा है कि कहीं पुलिस उसके पति का एनकाउंटर न कर दे।
मंझनपुर थाना पुलिस के मुताबिक, उन्होंने यह कार्यवाही बलरामपुर की तुलसीपुर थाना पुलिस के सहयोग में की है। रिहा हुए रमीज पर पुलिस ने गैंगेस्टर की कार्यवाही की थी। रमीज ने बलरामपुर के तुलसीपुर नगर पंचायत के चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या 4 जनवरी 2022 को कर दी थी। इस हत्याकांड में बलरामपुर एसपी हेमंत कुटियाल ने पूर्व सांसद रिजवान जहीर, बेटी ज़ेबा व दामाद रमीज समेत 2 अन्यों के नामों का खुलासा किया। पुलिस ने हत्याकांड में कार्यवाही करते हुए सभी आरोपियों को जिला जेल बलरामपुर भेजा। दो साल के बीच पुलिस ने अदालत की कार्यवाही पूरी करते हुए आरोप पत्र दाखिल किया।
इसी बीच सुरक्षा कारणों का हवाला देकर पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद रमीज को कौशांबी जिला जेल में 4 माह पहले शिफ्ट कर दिया गया था। जेल में रहने के दौरान आरोपियों की जमानत बलरामपुर कोर्ट ने मंजूर कर अलग-अलग तारीखों में रिहा करने का आदेश दिया। शनिवार को रमीज की रिहाई का परवाना जिला जेल कौशांबी प्रशासन के पास पहुंचा। रात अधिक होने के चलते आरोपी रमीज को रिहा नहीं किया जा सका। रमीज की रिहाई की भनक बलरामपुर जनपद की तुलसीपुर थाना पुलिस को हो गई। तुलसीपुर पुलिस रातों-रात कौशांबी आ पहुंची।
मंझनपुर थाना पुलिस की मदद से पुलिस टीम ने जिला जेल कौशांबी के बाहर सुबह से घेराबंदी कर दी। रविवार करीब 9 बजे रमीज जमानत पर जेल से रिहा होकर बाहर निकला। रमीज को देखते ही पुलिस की टीम ने उसे जेल के दरवाजे से हिरासत में ले लिया। पुलिस टीम इसके पहले कोई कुछ समझ पाता उसे लेकर मंझनपुर थाना परिसर पहुंची। जहां लिखापढ़ी एवं मेडिकल इत्यादि की कार्यवाही पूरी कर रमीज को बलरामपुर पुलिस को सौंप दिया गया।
रमीज की पत्नी ज़ेबा ने बताया, उसके पति के रिहा होते ही पुलिस का जमावड़ा जेल के बाहर लग गया। उसे शक हुआ कि पुलिस उनके पति को उठाकर कहीं एनकाउंटर न कर दे। इसके लिए उन्होंने पति की रिहाई के बाद जेल के बाहर पति का वीडियो मोबाइल से तैयार कर उसे वायरल किया है।
थाना प्रभारी संतोष शर्मा ने बताया, बलरामपुर पुलिस के अनुरोध कर रिहाई होने के बाद जेल से बाहर निकले व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। जरूरी कानूनी कार्यवाही करने के उपरांत आरोपी को तुलसीपुर थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।