गुरुग्राम। गुरुग्राम में 6 लोग, 4 नाइजीरियाई और 2 महिलाओं की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने शुक्रवार को एक ऐसे गिरोह का पदार्फाश करने का दावा किया, जिसने सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती करके सैकड़ों महिलाओं को ठगा।
पुलिस के मुताबिक, 13 मार्च को एक महिला की ओर से शिकायत मिली थी, जिसमें दावा किया कि उसकी दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए एक ऐसे शख्स से हुई, जिसने खुद को यूनाइटेड किंगडम में रहने वाला एक डॉक्टर बताया और उन्होंने फोन पर बात करना शुरू कर दिया।
महिला ने पुलिस को बताया, 4 अप्रैल को, उसे एक महिला का फोन आया, जिसने खुद को सीमा शुल्क अधिकारी बताया और पीड़िता को सूचित किया कि उसके नाम पर सोना और विदेशी मुद्रा आ गई है, इसके लिए उसे 45 हजार रुपए टैक्स के रूप में देने होंगे, जो उसने किया।
इसके बाद, महिला ने संदिग्धों को कर के रूप में 8.85 लाख रुपये और ट्रांसफर किए।
इसके बाद महिला ने मामले की सूचना पुलिस को दी और साइबर क्राइम थाना ए (पूर्व), गुरुग्राम में मामला दर्ज किया गया।
जांच के दौरान, पुलिस ने दिल्ली के मोहन गार्डन से कथित अपराध में शामिल सैमुअल उबाका इग्वातु, इमैनुएल चुकुवुडी, एनीडेबे एमेका एलेक्स, नाइजीरियाई नागरिक ऑडिमोनोफिटु अलॉयसिस और मणिपुर निवासी वासोमिचोन और चंचमालियु पन्मे के रूप में पहचाने गए छह आरोपियों को पकड़ा।
जांच से पता चला कि नाइजीरियाई नागरिक अवैध रूप से भारत में रह रहा था। उनका पासपोर्ट/वीजा पहले ही समाप्त हो चुका था।
एसीपी (साइबर क्राइम) प्रियांशु दीवान ने कहा, आरोपी सोशल मीडिया के जरिए युवतियों से दोस्ती करता था और गिरफ्तार महिलाओं के साथ पीड़ितों से पैसे ऐंठता था। हमने 16 मोबाइल फोन, 18 सिम कार्ड, चार लैपटॉप, छह डेबिट कार्ड, कई पेन ड्राइव, तीन पासपोर्ट और 31,000 रुपये बरामद किए।