गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गजियाबाद जिले की जिला अदालत में मंगलवार को किसी जमानत को लेकर अधिवक्ता एवं जिला जज के बीच विवाद के बाद हुए घटनाक्रम की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने कहा है कि यह मामला बेहद संवेदनशील है। निष्पक्ष जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पी. दिनेश ने एक वीडियो जारी कर घटनाक्रम को लेकर विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जिला जज की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि आज दोपहर लगभग 11:30 बजे जिला जज की अदालत में सीजेएम के आदेश के बाद थाना कवि नगर में नौ लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे से संबंधित आरोपित की अग्रिम जमानत पर सुनवाई चल रही थी।
इसी दौरान जमानत अर्जी ट्रांसफर को लेकर अधिवक्ताओं और जिला जज के बीच बहस हो गयी। इसी दौरान अधिवक्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया और कुछ अधिवक्ता जिला जज के चेंबर तक पहुंच गए और घुसने का प्रयास किया लेकिन तब तक पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और किसी तरह से जिला जज को सुरक्षित किया।
जब जिला जज को पुलिस अपनी सुरक्षा में ले जा रही थी उसी का लाभ उठाते हुए अधिवक्ताओं ने नीचे बनी पुलिस चौकी पर तोड़फोड़ की। सीसीटीवी कैमरे और बयान के आधार पर मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्दी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कोर्ट परिसर में भारी हंगामे के बीच पहुंची पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इससे कई वकील घायल हो गए। इस घटना पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश अधिवक्ता एसोसिएशन ने नाराजगी जतायी है। इसके साथ ही लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पुलिस प्रशासन के विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा। इसी बीच एसोसिएशन ने इस संबंध में एक बैठक भी बुलाई है।