नई दिल्ली। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने पेपर लीक मामले पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने अब सोशल मीडिया पर एक बार फिर लीकेज सरकार लिखना शुरू कर दिया है। परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक होने, परीक्षा की तारीखें बढ़ाने, रिक्तियों को समय पर नहीं भरने के कई मामले उजागर होते रहे हैं।
भाजपा पर हमला करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि इस सरकार ने “देश की परीक्षा व्यवस्था को मजाक बना दिया है”। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ‘परीक्षा पर चर्चा’ होती है, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद पूरे पांच साल तक परीक्षा में धांधली होती रहती है। समय पर परीक्षा नहीं होती है और रिक्तियों पर प्रधानमंत्री कोई बात नहीं करते।
30 लाख से ज्यादा पद खाली हैं। यूपीएससी को छोड़कर सभी परीक्षा में धांधली होती है, अगर स्थिति ऐसी ही रही तो आने वाले दिनों में यूपीएससी की परीक्षा में भी धांधली होने लगेगी। कन्हैया कुमार ने कहा कि नीट की परीक्षा में 67 छात्रों ने संयुक्त रूप से टॉप किया है। सभी को 720 में पूरे 720 अंक मिले हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के निदेशक ने कहा कि ग्रेस देकर इन लोगों को हमने फुल मार्क्स दिए हैं। उन्होंने कहा कि देश के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान एम्स में मात्र 50-60 छात्रों का एडमिशन होता है।
इसका मतलब यह है कि जिनका रैंक पहला है, जिन्हें शत-प्रतिशत नंबर मिले हैं, उनका भी एडमिशन एम्स में नहीं होगा। कांग्रेस ने घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में लाखों परीक्षार्थियों के साथ घोटाला पूरी तरह से अस्वीकार्य और अक्षम्य है। यह देश के लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है, जिसकी सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में उच्च स्तरीय जांच तुरंत होनी चाहिए।