नई दिल्ली। केंद्र में नई सरकार के गठन से पहले संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही एनडीए के सभी दलों के नेता पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में पहुंचे तो यहां का नजारा ही अलग था। नरेंद्र मोदी सरकार की लगातार तीसरी जीत पक्की हुई है और एनडीए ने इतना बड़ा जनादेश पाया है। पीएम मोदी इस जीत के बाद जब पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में बैठक के लिए पहुंचे तो उन्होंने भारत के संविधान को अपने माथे से लगा लिया। वहीं, पीएम मोदी के बैठते ही ‘मोदी-मोदी’ के नारे से पूरा हॉल गूंज उठा। इसके साथ ही गठबंधन दल के प्रमुख नेता पीएम मोदी के पक्ष में संबोधन के लिए आए और एक-एक कर पीएम मोदी के नेतृत्व को समर्थन की घोषणा की।
वहीं, पीएम मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने के लिए जदयू के समर्थन की घोषणा करने के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार उनका पैर छूना चाह रहे थे। लेकिन, पीएम मोदी ने उन्हें ऐसा करने से रोका और उनके हाथ को अपने हाथ में थाम लिया। दरअसल, बैठक में अपनी पार्टी की तरफ से नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने का समर्थन करते हुए नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी की तरफ से भाषण दिया और फिर वापस अपनी कुर्सी पर लौटे तो पीएम मोदी का झुककर पैर छूने की कोशिश की। लेकिन, पीएम मोदी ने उनको ऐसा करने से रोका और दोनों ने झुककर एक-दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया।
नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के पक्ष में अपनी पार्टी का समर्थन जताते हुए कहा कि 10 साल से यह प्रधानमंत्री हैं और इन्होंने देश की खूब सेवा की। विपक्षी दलों ने आज तक देश के लिए कुछ नहीं किया। पीएम मोदी ने बहुत कुछ किया है और आगे भी आपको जो भी करना है करिए, हम आपके साथ हैं। मैं तो चाहता हूं, आज ही शपथ ग्रहण कर काम शुरू कर दीजिए। नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार तो कुछ इधर-उधर लोग जीत गए हैं, लेकिन, अगली बार जब आप आइएगा तो ये सभी हार जाएंगे।