नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरुण चौधरी ने शुक्रवार को लोक सभा में शून्य काल के दौरान उच्चतम न्यायालय के राज्यों को अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की जातियों का उप वर्गीकरण करने का अधिकार देने के फैसले के खिलाफ पुनरीक्षण याचिका दायर करने की सरकार से मांग की।
चौधरी ने कहा कि आरक्षण छुआछूत और जाति के आधार पर भेदभाव करने के खिलाफ तथा हीन भावना दूर करने के लिये था। उन्होंने कहा कि समाज में यह बुराइयां अभी मौजूद हैं, अत: वर्तमान आरक्षण व्यवस्था में कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिये।
कांग्रेस के के. सी. वेणुगोपाल ने केरल में मछुआरों को हो रही परेशानियों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुये कहा कि केन्द्र सरकार की तरफ से दिये जाने वाला अनुदान बंद कर दिया गया है। मछुआरों की हालत दयनीय है। उन्होंने कहा कि समुद्र किनारे रहने वाले मछुआरे भी जनजातियों की तरह हैं, उन्हें सहायता दी जानी चाहिये।
भारतीय जनता पार्टी के रुद्र नारायण पाणि ने बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद वहां जारी अराजकता के बीच हिन्दुओं के भगवान जगन्नाथ मंदिर तोड़े जाने का मामला उठाते हुये कहा कि सरकार को बंगलादेश की नयी शासन व्यवस्था के समक्ष इस मामले को तत्काल उठाना चाहिये। उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ मंदिर तोड़े जाने से देश में सभी दुखी हैं। उन्होंने मांग करते हुये कहा कि इस गंभीर मामले पर सरकार विचार करके त्वरित उचित कदम उठाये।
समाजवादी पार्टी के दरोगा प्रसाद सरोज ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा प्रेरकों को हटाये जाने का मामला उठाया और कहा कि लाखों शिक्षा प्रेरक बेरोजगार हैं और उनके परिवार भुखमरी के कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रेरकों की सेवाओं का नवीनीकरण किया जाये और रुका हुआ मानदेय जाये।
भाजपा के मुरारीलाल मीणा ने राजस्थान में जल संकट खासकर 21 जिलों में पानी को लेकर पेश आ रही दिक्कतों की ओर सरकार का ध्यान दिलाया।
जोरम पीपुल्स मूवमेंट के वनलाल हंगमईहा ने मिजोरम में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की बीमारी से हजारों सुअरों के मरने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से सुअर पालक किसानों को भारी हानि उठानी पड़ी है। पशुपालन मंत्री को इस ओर ध्यान देना चाहिये।
भाजपा के राहुल सिंह लोधी ने दमोह जिले के जागेश्वर नाथ धाम की ओर जाने वाली ट्रेनों के वहां ठहराव किये जाने का मामला उठाया।
कांग्रेस के डॉ. मोहम्मद जावेद ने कहा कि बिहार में उनके निर्वाचन क्षेत्र किशनगंज में कृषकों के उत्पादों का बाजार उपलब्ध नहीं है। इससे उन्हें बड़ी दुश्वारियों का सामना उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अनन्नास का व्यापक उत्पादन होता है, लेकिन बाजार उपलब्ध न होने से उन्हें उचित दाम नहीं मिलते।