बाराबंकी। जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में चार दिन पूर्व हुई बुजुर्ग की हत्या का पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया है। जमीन के लालच में सगे पौत्र ने सोते समय बाबा की गला दबाकर हत्या की थी।
जहांगीराबाद थाना के झलिया दतौली में गुरुवार को सुबह श्रीपाल चौहान (80) का शव बिस्तर पर मिला था। मुंह में कपड़ा ठूंसा था। इस मामले में एक दिन बाद श्रीपाल के छोटे पुत्र मंशाराम ने पुलिस को तहरीर देकर पिता की हत्या का शक जताया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि होते ही मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने रविवार को शक के आधार पर श्रीपाल के बड़े बेटे मानिकचन्द्र के पुत्र विद्यासागर को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। अभियुक्त ने अपना जूर्म स्वीकारा।
पुलिस लाइन में खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जांच में पता चला कि श्रीपाल के दो पुत्र मानिकचन्द्र व मंशाराम हैं। बुजुर्ग अपने छोटे बेटे मंशाराम को अधिक पसन्द करता था और उसी के साथ रहता भी था। लगभग 10 वर्ष पूर्व चार बीघा जमीन बेचकर मिले रुपये मंशाराम को दिया था। शेष बची जमीन जो कि रोड के किनारे व कीमती थी, उसे बेचने के लिए गांव के कुछ लोगों से बयाना लिया था। इसी को लेकर श्रीपाल का अपने पौत्र विद्यासागर से घटना के दो दिन पूर्व झड़प हुई थी। उसने पौत्र को जमीन देने से मना कर दिया था, जिसके चलते उसने अपने दादा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने हत्यारोपित को जेल भेज दिया है।