मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा आयोजित अनिश्चितकालीन धरना स्थल पर 16वे दिन गुरु गोविन्द सिंह जी की जन्म जयंती पर उनके बलिदान को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। आंदोलन का नेतृत्व चौ उधम सिंह ने किया। आंदोलन की अध्यक्षता ईश्वर सिंह संचालन अंकित चौधरी ने की आंदोलन को जनपद संभल के जिलाध्यक्ष रमेश चंद शर्मा ने साथियों सहित समर्थन दिया। जनपद गौतमबुद्धनगर से दिनेश शर्मा प्रदेश प्रवक्ता साथियों सहित धरने पर पहुंचे।
वही धरने को संबोधित करते हुए धर्मेंद्र मलिक राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हम कोई भी ऐसा कार्य नही करना चाहते जिससे नागरिकों को कोई दिक्कत हो, अन्यथा हम हर आंदोलन के लिए तैयार है। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक राममंदिर के कार्यक्रम में कोई व्यवधान नहीं चाहते अन्यथा हम सड़क जाम करने से भी नही हटेगे। किसानो को हम भरोसा दिलाने चाहते है कि भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ईमानदारी एवं लोकतांत्रिक तरीके से आपकी लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने में सक्षम है। खेती में इंतजार संभव नहीं है। खेती कोई फैक्टरी नही जिसका स्विच बंद किया जा सके। प्रयागराज में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का राष्ट्रीय अधिवेशन 26 से 29 जनवरी तक आयोजित होगा अगर सरकार किसानो के गन्ने का उचित मूल्य तय नहीं करती तो वही से बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी। किसान अपने हक के लिए कचहरी परिसर में आंदोलन कर रही है। हमारा किसी सरकार को हटाना या बनाना उद्देश्य नही है।
अक्षय त्यागी युवा जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर ने कहा कि सरकार भाव तय करे और आवारा पशुओं से निजात दिलाने का कार्य करे अन्यथा किसान इन पशुओं को शहर के अंदर छोड़ने का कार्य करेगी। आज मुजफ्फरनगर के आंदोलन की गूंज पूरे प्रदेश में है, यह आपके आंदोलन की सफलता है।
अंकित चौधरी जिलाध्यक्ष ने कहा कि गुरु गोविन्द जी का बलिदान भुलाया नही जा सकता। आपने खालसा पंथ की स्थापना कर दुनिया में परचम लहराया। आज हम गुरु गोविन्द सिंह जी के बताए हुए मार्ग पर चलते रहेंगे।
वही धरने पर अतिरिक्त उपजिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम गन्ना मूल्य वृद्धि हेतु ज्ञापन दिया गया। जिस ज्ञापन में लिखा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना पेराई सत्र 2023-24 के गन्ना मूल्य का निर्धारण अभी तक नही किया गया है। गन्ने के इतिहास में इतना विलंब किसी सत्र में नहीं किया गया है। हालाकि आपके द्वारा 25 अक्टूबर 2023 को आपके द्वारा भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में आपने गन्ना मूल्य में वृद्धि किए जाने हेतु आश्वस्त किया गया था। हाल में ही जनपद बिजनौर के नजीबाबाद में एक कार्यक्रम में आपके द्वारा गन्ने के मूल्य में वृद्धि कर मूल्य घोषित करने की बात कही गई है।
प्रदेश में इस बार प्राकृतिक आपदा एवं बीमारी के चलते गन्ना का उत्पादन कम होने के कारण शुगर मिलो एवं कोल्हू/ क्रेशर में प्राइसवार छिड़ी हुई है। क्रेशर में 400 कुंतल तक गन्ना खरीदा जा रहा है। किसान मूल्य घोषित न होने के कारण असमंजस की स्थिति में है। गन्ना मूल्य घोषित न होने के कारण शुगर मिलो में प्रतिस्पर्धा नही हो पा रही है। पंजाब में गन्ने का मूल्य 391 रुपए प्रति क्विंटल एवं हरियाणा में गन्ने का मूल्य 385 रुपए घोषित किया जा चुका है। पिछले वर्ष वर्तमान मूल्य पर चीनी की कीमत 32 रू किलोग्राम,शीरे की कीमत 300 रु क्विंटल, बैगास 150 रू क्विंटल थी। इस वर्ष चीनी की कीमत 42 रु क्विंटल,शीरे की कीमत 1300 रू क्विंटल,बैगास 300 रू क्विंटल है। एथनॉल के दाम भी लगभग 7 रु लीटर बढ़े है। गन्ने से बनने वाले सभी उत्पाद में लगभग 25% कम से कम वृद्धि हुई है। किसानो की उत्पादन लागत में वृद्धि एवं उत्पादन में कमी आई है।
इसी कारण उत्तर प्रदेश का गन्ना किसान गन्ने का मूल्य 450 रु क्विंटल किए जाने की मांग कर रहा है। इसी मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के बैनर तले जनपद मुजफ्फरनगर,बुलंदशहर के किसान भारी सर्दी में 2जनवरी से धरनारत है। 2 जनवरी 2024 को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा आयोजित जिला मुखालय पर प्रदर्शन के माध्यम से भी गन्ना मूल्य वृद्धि की की गई थी। आज भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के प्रदेशव्यापी पर किसान उत्तर प्रदेश के गन्ना पेराई सत्र 2023-24 का गन्ना मूल्य 450 रू क्विंटल अविलंब घोषित करने की मांग करती है।
धरने में चौ उधम सिंह, महक सिंह,अवनीश, पवित अहलावत,मुर्तजा बालियान,सुभाष मलिक,वीरेंद्र सिंह,सुरेंद्र रावल,अनुज अहलावत,अंकित जांवला ने संबोधित किया। धरने में जसवीर ठाकरान,श्रेय मलिक,नितिन गोलियान,सतेंद्र मलिक,रजनीश,कौशल क्रांतिकारी,ऋषिपाल भाटी चेयरमैन,ओमपाल शास्त्री,संजय कुमार रागिब,वसीम, साकिब,रामबीर सिंह बिजेंद्र बालियान सहित अनेक लोग शामिल रहे।