गाजा- इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने शनिवार को कहा कि वह बंधक मुद्दे को सुलझाने के लिए इजरायल के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है।
ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने टेलीविज़न संबोधन में कहा, “अगर इज़रायल इस मुद्दे को एक बार में हल करना चाहता है, तो हम इसके लिए तैयार हैं। अगर वह प्रक्रिया को कई दौरों में विभाजित करना चाहता है, तो हम भी तैयार हैं।”
उन्होंने दावा किया कि बंधकों के मुद्दे को हल करने की कोशिश के लिए “संपर्क” किए गए थे, लेकिन इज़रायल ने “वास्तविक गंभीरता” नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि समूह द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने की एकमात्र शर्त यह है कि इज़रायल सभी फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त कर दे।
संभावित बंधक रिहाई सौदे पर रिपोर्टों के जवाब में इज़रायल रक्षा बलों के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने शुक्रवार को रिपोर्टों को “हमास द्वारा नियोजित मनोवैज्ञानिक आतंक” करार दिया। आईडीएफ के अनुसार, गाजा में कुल 229 बंधकों को रखा गया है, जिनमें से अधिकांश नागरिक हैं।
उल्लेखनीय है कि सात अक्टूबर को अल-क़सम ब्रिगेड ने इज़रायली साइटों पर हजारों रॉकेट दागकर और गाजा की सीमा के पास घुसपैठ करने वाले शहरों पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, जिसमें इज़रायल के कम से कम 1,400 लोग मारे गए और कई बंधकों को गाजा में ले जाया गया। वहीं, इज़रायल ने जवाबी कार्रवाई में गाजा पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसमें तटीय इलाके में 7,700 से अधिक लोग मारे गए।