मुंबई। वैश्विक उथल-पुथल के बीच सोमवार को भारी बिकवाली के चलते घरेलू शेयर दबाव में आ गए।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि निफ्टी 261 अंक (-1 प्रतिशत) गिरकर तीन महीने के निचले स्तर 19,281.75 पर बंद हुआ। सेन्सेक्स 825.74 अंक या 1.26 प्रतिशत गिरकर 64,571.88 पर बंद हुआ।
निफ्टी मिड-कैप 100 और स्मॉल-कैप 100 में क्रमशः 2.7 प्रतिशत और 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई। खेमका ने कहा कि सेक्टरों में मेटल, पीएसयू बैंक और रियल्टी 2-3 प्रतिशत की गिरावट के साथ शीर्ष पर रहे।
पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय संघर्ष का डर और यूएस फेड द्वारा विस्तारित अवधि के लिए दरों में और बढ़ोतरी की चिंता बाजार में गिरावट का प्रमुख कारण थी। उन्होंने कहा, यहां तक कि अब तक कमाई का मौसम भी मिला-जुला रहा है, जिससे बाजार को मजबूती नहीं मिली है।
वैश्विक बाजार से संकेत लेते हुए निफ्टी ने दिन का समापन लाल निशान के साथ किया और अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स ने भी ऐसा ही किया।
बोनांजा पोर्टफोलियो के शोध विश्लेषक वैभव विदवानी ने कहा कि निफ्टी पीएसयू बैंक, निफ्टी मेटल और निफ्टी रियलिटी क्रमश: 3.77 प्रतिशत, 3.26 प्रतिशत और 2.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ शीर्ष पर रहे।
पश्चिम एशिया में तनाव के चलते बाजार में उथल पुथल है। बाजार पर दबाव बढ़ गया है। बेंचमार्क 10-वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी नोट पर यील्ड सोमवार को 5 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया, जो जुलाई 2007 में पहुंचे ऐतिहासिक स्तर को पार कर गया है।
विदवानी ने कहा कि भले ही तेल की कीमतें सोमवार को गिरी, लेकिन वे 90 डॉलर की सीमा से ऊपर 91.92 डॉलर प्रति बैरल पर बनी हुई है, जबकि ब्रेंट क्रूड वायदा 24 सेंट या 0.26 प्रतिशत गिर गया।
एलटीआईमाइंडट्री, अदानी एंटरप्राइजेज, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, अदानी पोर्ट्स और यूपीएल निफ्टी के सबसे खराब शेयरों में से थे, जबकि एमएंडएम और बजाज फाइनेंस मुनाफे में रहे।