देहरादून। उत्तराखंड के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। उच्च शिक्षा विभाग और चिवनिंग एवं इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया है। इस समझौते का उद्देश्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देना है। ‘चिवनिंग उत्तराखंड स्कॉलरशिप’ के तहत हर साल प्रदेश के 5 छात्रों को ब्रिटेन के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर स्तर पर पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा ‘इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड’ के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों को वर्चुअल मीडियम के जरिए नि:शुल्क ट्रेनिंग और कोर्स उपलब्ध कराए जाएंगे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस एमओयू की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उच्च शिक्षा विभाग तथा चिवनिंग एवं इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड के मध्य एमओयू हस्ताक्षर किए गए। चिवनिंग उत्तराखंड स्कॉलरशिप के माध्यम से प्रतिवर्ष प्रदेश के पांच छात्रों को स्नातकोत्तर स्तर पर अध्ययन के लिए ब्रिटेन के प्रतिष्ठित विश्व विद्यालय में भेजा जाएगा। साथ ही इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों को वर्चुअल मीडियम में नि:शुल्क प्रशिक्षण और कोर्स उपलब्ध कराया जाएगा।”
उन्होंने आगे लिखा, “निश्चित रूप से इस एमओयू के बाद प्रदेश के छात्रों को शोध, नवाचार, छात्रवृत्ति, उद्यमिता विकास और इंटर्नशिप के नए अवसर प्रदान होंगे, जो छात्रों के उन्नयन में मील का पत्थर साबित होंगे। हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसके लिए प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में कई तकनीक आधारित कोर्स की शुरुआत की गई है।