ग़ाज़ियाबाद। मसूरी गांव नाहल में सुबह जाकिर के मकान में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। इसी दौरान घर में सो रहे जाकिर के तीन बच्चे आग की चपेट में आने से झुलस गए। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने दरवाजा तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
जाकिर गांव नाहल में परिवार के साथ रहते हैं। जाकिर सीवर लाइन की खुदाई का काम करते हैं। उनकी पत्नी मोहसिना बीमार हैं जिनका पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के जीटीबी में इलाज चल रहा है। जाकिर पत्नी के पास अस्पताल में थे। जाकिर के पिता ताहिर ने बताया कि जाकिर के तीन बच्चे नाहिद(15), फैजान (12) और जुनैद (10) सो रहे थे। वहीं, कुछ दूरी पर वह और उनकी पत्नी खैरून भी सो हुए थे।
खैरून के पास चौथा बच्चा जैद (8) सो रहा था। तभी अचानक कमरे में आग लग गई शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने आकर नूरपुर बिजलीघर पर फोन करके बिजली कटवाई। अन्य लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर तीनों बच्चों को झुलसी हालत में बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। बच्चों के चाचा डॉ. तालिब ने बताया कि बच्चों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। वे 70 से 75 फीसदी तक झुलस गए हैं।