मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के आरोपी तक पहुंचने में मुंबई पुलिस की एक श्रमिक ठेकेदार जितेंद्र पांडे ने अहम मदद की। आरोपी हमलावर दो दिनों से फरार था। पुलिस क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की टीमों का गठन कर आरोपी का पता लगाने की कोशिश कर रही थी। पुलिस ने इसके लिए 35 से ज्यादा टीमों का गठन किया था। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह जानकारी सामने आई कि आरोपी को तीन बार दादर रेलवे स्टेशन के बाहर देखा गया था और वह वर्ली कोलीवाड़ा भी गया था। पुलिस ने 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की और पाया कि हमलावर वर्ली इलाके में गया था, जहां से वह रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ा और फिर अंधेरी की तरफ जाने वाली लोकल ट्रेन पकड़ ली।
अंधेरी स्टेशन के परिसर में भी आरोपी को सीसीटीवी कैमरे में देखा गया। यहां से पुलिस ने आरोपी के साथ श्रमिक ठेकेदार जितेंद्र पांडे को भी सीसीटीवी में देखा, जो अंधेरी इलाके के वर्सोवा की तरफ जाता हुआ नजर आया। पुलिस ने बाइक का नंबर नोट किया और फिर पांडे तक पहुंची। पांडे को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और उसने पुलिस को बताया कि हमलावर ने हमले के बाद उसे कॉल करके घटना की जानकारी दी थी। पांडे ने हमलावर के बारे में पूरी जानकारी दी, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। पांडे की सूचना पर पुलिस ने ठाणे के एक वन क्षेत्र में स्थित श्रमिक शिविर में आरोपी को खोज निकाला। इसके बाद पुलिस ने पांडे को आरोपी के मोबाइल नंबर पर कॉल करने को कहा। पांडे ने आरोपी से संपर्क किया और उसके ठिकाने के बारे में पूछा। पांडे के द्वारा की गई कॉल के बाद पुलिस ने ठाणे इलाके में जाल बिछाया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।