चित्तौड़गढ़ – भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने पूर्व रियासत मेवाड़ राजघराने से जुड़े पति पत्नी को पार्टी में इससे पूर्व नहीं जुड़े होने के बावजूद टिकट दिये जाने को सही ठहराते हुए परिवारवाद के आरोपों को खारिज कर दिया है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पंकज मीणा ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में उठे इस सवाल पर कहा कि विधानसभा में नाथद्वारा विधानसभा से पूर्व महाराणा मेवाड़ के पुत्र युवराज विश्वराजसिंह को ठीक चुनाव से पूर्व पार्टी में शामिल कर टिकट देने और अब चार महीने बाद ही उनकी पत्नी महिमाकुमारी को राजसमंद लोकसभा सीट से उम्मीदवार राजघराने के प्रभाव एवं समाज से जुड़ाव को देखते हुए पार्टी ने टिकट दिया गया है।
उनका कथन था कि केंद्र में एक भी ऐसा पदाधिकारी या जन प्रतिनिधि नहीं है जिसके परिवार के किसी सदस्य को बिना पार्टी में काम किये उपकृत किया गया हो।
कांग्रेस में रहते हुए परिवारवाद को स्थापित करने वाले बांसवाड़ा से भाजपा उम्मीदवार महेंद्रजीतसिंह मालवीया पर भी परिवारवाद का आरोप खारिज करते हुए उन्होंने बिना जानकारी के कह दिया कि उन्होंने गहलोत सरकार के कई घोटालों को उजागर किया। पत्रकारों के किसी घोटाले का उल्लेख करने का आग्रह करने पर इसका भी वे कोई जवाब नहीं दे पाए।
गौरतलब है कि श्री मालवीया कांग्रेस में रहते हुए खुद मंत्री थे और उनकी पत्नी जिला प्रमुख एवं अन्य रिश्तेदारों को भी कोई ना कोई पद दे रखा था। इसके साथ ही गहलोत सरकार का कोई घोटाला तो उन्होंने उजागर नहीं किया था बल्कि खुद उनका नाम बांसवाड़ा जिलें में जल जीवन मिशन घोटाले में उछला था।
चित्तौड़गढ़ में चल रही चरम गुटबाजी पर वे या वार्ता में मौजूद जिलाध्यक्ष मिट्ठुलाल जाट भी कोई जवाब नहीं दे सके। हाल ही में बागी चंद्रभानसिंह आक्या से पार्टी ने लोकसभा चुनाव में समर्थन मांगा और उनके साथ पार्टी से निष्कासित पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट सहित सत्रह नेता कार्यकर्ताओं को भी पार्टी में शामिल किया गया था।