नयी दिल्ली- दिल्ली के सेवा सचिव आशीष मोरे कई दिनों तक गायब रहने के बाद आखिरकार आज सामने आ गए और उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पालन करने पर सहमत हो गए।
दिल्ली सरकार के सेवा विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज की ओर से सेवा विभाग के सचिव आशीष मोरे को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। श्री मोरे पर कथित रूप से तबादले की फाइल चलाने के बजाय ड्यूटी से बिना सूचना गायब रहने का आरोप था। आ
शीष मोरे आज अचानक सचिवालय स्थिति अपने दफ्तर में आए और उन्होंने उच्चतम न्यायालय के निर्णय को मानने और नए सेवा सचिव की तैनाती को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाने की बात कही।
सौरभ भारद्वाज ने श्री मोरे को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। मंत्री की ओर से यह कदम आशीष मोरे द्वारा सेवा सचिव की पोस्टिंग के संबंध में मंत्री के निर्देशों का पालन करने से इन्कार करने और बिना बताए कार्यालय से अनुपस्थित रहने के बाद उठाया गया था।
ग़ौरतलब है कि 11 मई को उच्चतम न्यायालय की ओर से तबादले और तैनाती का अधिकार दिल्ली सरकार को देने के फ़ैसले के बाद श्री भारद्वाज ने आशीष मोरे को उनके पद से हटाकर अन्य अधिकारी को तैनात कर दिया था। आशीष मोरे ने मंत्री को आश्वासन दिया था कि वह नए अधिकारी की संबंधित फाइल को जल्द पेश कर देंगे लेकिन ऐसा करने के बजाय वह मंत्री या उनके कार्यालय को सूचित किए बिना सचिवालय से गायब हो गए थे।