हैदराबाद। विधानसभा चुनाव चुनाव प्रचार के तहत मुख्यमंत्री केसीआर हुजूर नगर टाउन सेंटर में आयोजित जन आशीर्वाद सभा में शामिल हुए और इस जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की जनता को 10 साल पहले एवं बाद का तेलंगाना कैसा है, इसकी तुलना करने के बाद ही सत्तारूढ़ बीआरएस को वोट देने का राज्य की जनता को आह्वान किया है।
उन्होंने कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि वर्ष 2004 में ही तेलंगाना दे दिया होता तो राज्य आज और आगे बढ़ता लेकिन कांग्रेस द्वारा धोखा देने के चलते 15 साल तक आंदोलन करना पड़ा। इससे राज्य का काफी नुकसान हुआ।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस ने ही तेलंगाना का आंध्र में विलय कराया और नागार्जुन सागर परियोजना के निर्माण में तेलंगाना से अन्याय किया। सीएम केसीआर ने कहा कि सागर से 9 साल में जरूरी सिंचाई का पानी छोड़ा जा चुका है ताकि किसान को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने सागर से सिंचाई के पानी और बिजली के लिए कभी लड़ाई नहीं लड़ी, अगर तत्कालीन कांग्रेस के सीएम किरण कुमार रेड्डी ने भरे सदन में हमारा अपमान किया, तो सदन में तेलंगाना कांग्रेस के नेताओं ने अपना मुंह क्यों नहीं खोला। अविभाजित आंध्र के समय तेलंगाना राज्य के पक्ष में कोई कांग्रेस के विधायक विधानसभा में नहीं बोले ना राज्य विकास पर ध्यान दिया।
कांग्रेस की वर्तमान राजनीति पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि कांग्रेस में दर्जनों मुख्यमंत्री हैं और कांग्रेस के सत्ता में आने की कोई संभावना नहीं है।
सीएम केसीआर ने कहा कि अब जनता को यह तय करना है कि बीआरएस को वोट देना चाहते हैं या रायथुबंदु, 24 घंटे बिजली और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं या कांग्रेस की भ्रष्ट और अराजकता को सहेंगे। जनता से मुख्यमंत्री ने सतर्क रहने का अनुरोध करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस जीतेगी तो फिर से दलाली व्यवस्था वापस लौट कर आएगी, इसलिए जनता को सावधान रहना चाहिए और ताकि अपनी मत का दुरुपयोग ना हो।
कांग्रेस की खिंचाई करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को खेती की जानकारी नहीं है, कांग्रेस के जो नेता नहीं चाहते कि धरणी पोर्टल सही ढंग से चले और इसे समाप्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर धरणी को हटा दिया गया तो वीआरओ जैसी व्यवस्थाएं फिर से आ जाएंगी। सीएम केसीआर ने वादा किया कि रायथुबंधु में दिए जाने वाले रकम सोलह हजार करेंगे और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाकर तीन हजार से लेकर पांच हजार कर दी जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बीआरएस घोषणा पत्र को घर-घर तक पहुंचाने का आह्वान किया।