शामली। जनपद की कलेक्ट्रेट में संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान एक बाबा ने जमीन का पट्टा नाम होने के बाद भी चकबंदी सीओ के द्वारा कागजों में नाम न करने के मामले में जिलाधिकारी को शिकायत पत्र दिया है।
उन्होंने चकबंदी सीओ पर आरोप लगाया है कि पैसे ना देने की वजह से चकबंदी सीओ उसके कागज देखने को भी तैयार नहीं है और उल्टा उसे ऑफिस से बाहर निकाल देता है पीड़ित ने अब जनपद में न्याय न मिलने पर पैदल चलकर भीख मांगते हुए लखनऊ मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंचने की चेतावनी दी है।
आपको बता दे कि मामला शामली जनपद के झिझाना थानां क्षेत्र के गांव बिडोली का है।जहां के रहने वाले शोकेन्द्र बाबा पुत्र स्वर्गीय खिलारी राम के नाम खसरा नंबर 252 का हिस्सा किया था। इसके बारे में बाबा शोकेंद्र नाथ मंगलवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में आकर अपने शिकायत दर्ज कराई है।शोकेन्द्र ने आरोप लगाया कि जब 2017 में पट्टा हमारे नाम हो गया था और गलती से किसी के नाम चढ़ गया लेकिन अब चकबंदी सीओ हमारे कागज देखने को भी तैयार नहीं है मुझे लगता है कि दूसरे तरफ के लोगों ने चकबंदी सीओ को पैसे दे दिए हैं जिस वजह से वह मेरे कागज भी देखने को तैयार नहीं है ।
पीड़ित साधु ने जिलाधिकारी के समक्ष यह आरोप लगाया और चेतावनी दी है कि अगर यहाँ मुझे इंसाफ नही मिला तो में यहां से लखनऊ पैदल ही मुख्यमंत्री के दरबार में अपनी शिकायत करने जाएगा।वही इस मामले में जिलाधिकारी रविंद्र सिंह ने चकबंदी विभाग को जांच के बाद जल्दी ही कार्रवाई करने का आदेश दिया है जबकि इस मामले में बाबा शोकेंद्र नाथ का साफ तौर से कहना है कि मेरा नाम शोकेन्द्र है और हमारी जमीन गलती से किसी और के नाम चढ़ गई थी जिसमें चकबंदी विभाग के द्वारा ही वह ठीक कर दी गई लेकिन अब चकबंदी का इस मामले में हमारे कागज तक देखने को तैयार नहीं है जबकि मुझे का ऑफिस से निकाल देता है।
इस मामले में अगर हमारी बात पर नहीं सुनवाई हुई तो मैं यहीं से ही पैदल लखनऊ तक जाऊंगा और रास्ते में भीख मांगता हुआ लखनऊ तक पहुंचूंगा मुख्यमंत्री के दरबार में इंसाफ की गुहार लगाऊंगा।