नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के अधीन आशा किरण शेल्टर होम में एक ही महीने में हुई 14 मौतों के मामले में दिल्ली सरकार ने अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात की। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने इन मौतों के मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं, और 48 घंटे में जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। आतिशी ने बताया है कि आशा किरण शेल्टर होम में 980 इंटेलेक्चुअली चैलेंज पर्सन रहते हैं।
इनकी देखरेख के लिए 6 डॉक्टर और 17 नर्स हैं, और वहां 450 हाउस आंटी अपनी सेवाएं देती हैं। उन्होंने बताया है कि जुलाई के महीने में आशा किरण शेल्टर होम में 14 लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें से 1 नाबालिग है और 13 बालिग हैं। इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आई है। आतिशी ने कहा है कि इन सभी मौतों की जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। रिपोर्ट में अगर किसी भी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आतिशी ने बताया कि जितने लोग भी इस शेल्टर होम में भर्ती हैं, वह सभी किसी न किसी घातक बीमारी से जूझ रहे हैं। इसमें ज्यादातर लोग बेड पर ही रहने को मजबूर हैं और बहुत सारे ऐसे मरीज हैं, जो 100 फीसदी दूसरे पर निर्भर रहते हैं। आतिशी नहीं यह कहा कि अगर जांच के दौरान सोशल वेलफेयर विभाग, हेल्थ विभाग या किसी अन्य विभाग जो इस आशा किरण से जुड़ा हुआ है, अगर कोई भी अधिकारी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे मामले में अगर किसी भी अधिकारी की लापरवाही पाई गई तो सरकार अपनी तरफ से इंक्वायरी के बाद उसे सजा देगी, लेकिन उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी कराई जाएगी।