सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में गौआश्रय स्थलों की स्थापना, क्षमता विस्तार, क्रियान्वयन, संचालन एवं प्रबंधन के संबंध में बैठक आहूत की गई। बैठक में डीएम डा.दिनेश चंद्र ने ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में नवीन अस्थायी गो आश्रय स्थल निर्माण एवं क्षमता विस्तार, गो संरक्षण, गौ आश्रय स्थलवार एवं सुपुर्दगार वार उपयोगिता प्रमाण पत्र का प्रेषण एवं धन उपलब्धता, ब्लाकवार एवं नगरीय निकायवार गो संरक्षण की प्रगति एवं संरक्षण हेतु अवशेष गोवंश में संबंध में बिन्दुवार समीक्षा की।
डीएम डॉ0 दिनेश चंद्र ने निर्देशित किया कि जनपद में कहीं पर भी चारागाह की जमीन पर अवैध कब्जा न हो। नैपियर घास के लिए वर्तमान समय अनुकूल है इसलिए इसकी बुआई को प्रोत्साहित किया जाए। नेपियर घास के लिए चल रहे अभियान के अंतर्गत संरक्षित गोवंशो के लिए चारागाह की भूमि पर अधिक से अधिक नेपियर घास की बुआई की जाए। ये एक पौष्टिक चारा है जोकि न केवल खाद्यान्न आवश्यकता को पूर्ण करेगा बल्कि गौवशों को स्वस्थ रखने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि संरक्षित पशुओं की चिकित्सा व्यवस्था में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। रात्रि में चौकीदार की व्यवस्था करने के साथ प्रकाश की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
आंवटित लक्ष्य के अनुरूप भूसा एकत्र करना सुनिश्चित किया जाए। गौवशों के संरक्षण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में डीएम डॉ0 दिनेश चन्द्र ने कहा कि निराश्रित गौवंश संरक्षण प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य न होगी। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण केंद्रों का भुगतान समय से करने के साथ ही डाटा फीडिंग समय से की जाए। उन्होंने कहा जो गोवंश खुले में घूम रहे हैं, उन्हें संरक्षित किया जाए। खाने-पीने की समुचित व्यवस्था के साथ हरे चारे के इंतजाम के साथ ही सुरक्षा का पर्याप्त इंतजाम किया जाए।
जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने निर्देश दिए कि जिले में संचालित गो आश्रय स्थलों का मानक के अनुरूप विस्तार किया जाए। जिन गो आश्रय स्थलों का विस्तारीकरण प्रगति पर है उन्हें शीघ्रता के साथ पूर्ण किया जाए एवं जहां पर आवश्यकता है वहां नये गो आश्रय स्थलों का निर्माण किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे निकाय जिनमें एक भी गो आश्रय स्थल नहीं है उनमें शीघ्रता के साथ आवश्यक कार्यवाही करते हुए गो आश्रय स्थल के निर्माण हेतु कार्ययोजना तैयार करें।
डीएम डा.दिनेश चंद्र ने निर्देश दिए कि अधिकारी निरंतर निरीक्षण करें। गो संरक्षण अभियान के तहत गठित टीम अपनी सक्रिय सहभागिता निभाते हुए अधिक से अधिक गोवंश का संरक्षण सुनिश्चित कराएं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर सुमित राजेश महाजन, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 अर्चना द्विवेदी, ज्वाईंट मजिस्ट्रेट उत्सव आनंद, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एम0पी0सिंह गोड सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे।