दंतेवाड़ा/रायपुर। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी तो धर्मांतरण के खिलाफ कड़ा कानून बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कानून के दायरे में रहकर कोई धर्म परिवर्तन करना चाहता है तो करे लेकिन प्रलोभन या जोर जबरदस्ती कर धर्मांतरण करवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह बस्तर प्रवास के दूसरे दिन शुक्रवार को दंतेवाड़ा पहुंचे। यहां पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, यहां पर धर्मांतरण को बढ़ावा मिला है। बहुत से चर्च बने हैं। सनातन धर्म को पूरी तरह से खत्म किया जा रहा है।
नाथुराम गोडसे भारत के सपूतः उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार, केंद्र की योजनाओं को अपना बताती है। प्रधानमंत्री आवास योजना में केंद्र का लोगो नहीं लगाया जाता बल्कि अपना लगाते हैं। नाथुराम गोडसे भारत के सपूत थे। सिंह ने कहा कि गोडसे गांधी जी के हत्यारे हैं तो वे भारत के सपूत भी हैं। उनका जन्म भारत में ही हुआ था। औरंगजेब और बाबर की तरह नहीं थे जिसको बाबर के बच्चे कहलाने में खुशी महसूस होती है, वे भारत माता के सही सपूत नहीं हो सकते।
प्रदेश के आबकारी मंत्री द्वारा एक दिन पूर्व दिए गए विवादास्पद बयान और भाजपा नेताओं को अपशब्द कहे जाने के बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह से गालियां देना, उनके चरित्र को दर्शाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कहीं ऐसा नहीं लिखा है कि कोई एक मंत्री इस तरह से अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं, नेताओं और मंत्रियों को गालियां दें। उन्हें अपने शब्दों पर मर्यादा बनाए रखने की जरूरत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास में केंद्र का लोगो नहीं लगाया जाता, बल्कि अपना लगाते हैं। मनरेगा के पैसों में लूट मची हैं। सरपंच और प्रशासन के अधिकारी रो रहे हैं। क्योंकि केंद्र सरकार की तरफ मिले विकास कार्यों के पैसों को छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार किसी न किसी कारण से अपने तरीके से खर्च करवाती है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार रात केंद्रीय मंत्री गरपावंड गांव पहुंचे थे और यहां उन्होंने गांव के सरपंच महादेव बघेल के तेंदूपत्ता से बने दोना में बस्तरिया व्यंजन का आनंद लिया था। इनमें चींटियों से बनी चटनी, बोबो भजिया, आम की चटनी, इमली की चटनी समेत कई तरह के व्यंजन थे।