गाजियाबाद। ऑनलाइन गेम के जरिए गाजियाबाद में हुए धर्मांतरण मामले में पुलिस ने अभी तक 2 लोगों को गिरफ्तार किया है — एक मस्जिद का मौलवी और दूसरा महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुआ शाहनवाज खान उर्फ बद्दो। पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में अपना आरोप पत्र दाखिल किया है जो 1000 पन्नों का है।
पुलिस ने इस आरोप पत्र के जरिए बताया है कि किस तरीके से अलग-अलग स्टेप में बच्चों को ब्रेनवाश कर उनका धर्मांतरण कराया जाता था।
गाजियाबाद पुलिस ने धर्मांतरण मामले में खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो व अब्दुल रहमान को आरोपी बनाया है।
ऑनलाइन गेम की आड़ में धर्मांतरण सिंडिकेट चलाने के आरोपी बद्दो और मौलवी अब्दुल रहमान के खिलाफ पुलिस ने बुधवार को गाजियाबाद की सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। करीब एक हजार पन्नों की चार्जशीट में पुलिस ने ऑनलाइन दोस्ती से लेकर ब्रेनवॉश और धर्मांतरण में इस्तेमाल हुई इंस्टाग्राम, वॉट्सएप और अन्य साइट्स की चैट को भी शामिल किया है।
इस मामले में एक आरोपी रहमान पर एनएसए की कार्रवाई भी हो चुकी है। पुलिस ने कोर्ट को सिलसिलेवार बताया है कि मुंबई से लेकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब तक ये सिंडिकेट कैसे चल रहा था।
बता दें कि 30 मई को गाजियाबाद के राजनगर में रहने वाले एक जैन परिवार ने पुलिस को शिकायत की कि उनका नाबालिग बेटा घर से पांच बार जिम के नाम पर निकलता है और मस्जिद में नमाज पढ़ने जाता है। गैजेट्स की जांच से पता चला है कि वह मुंबई के एक व्यक्ति के संपर्क में था। वह जाकिर नाइक से भी प्रभावित है।
पुलिस ने इस मामले में मुंबई के खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो और गाजियाबाद की मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान पर एफआईआर दर्ज की। इस केस में 4 जून को अब्दुल रहमान और 11 जून को बद्दो पकड़ा गया। दोनों फिलहाल जेल में बंद हैं।
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि गाजियाबाद, फरीदाबाद और चंडीगढ़ के चार नाबालिग बच्चों को वे धर्मांतरण करवा चुके हैं।