नई दिल्ली। चक्रवात मिचौंग के कारण उत्तरी तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है। सोमवार को मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे में चेन्नई में तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है। रात 10 बजे तक तमिलनाडु के सात जिलों में गरज और बिजली के साथ मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। ये सात जिले हैं चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, रानीपेट, वेल्लोर और तिरुपत्तूर। चेन्नई में पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण चेन्नई के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।
शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों पर वाहन भी तैरते देखे गए। उत्तर-चेन्नई के इलाकों में भारी बारिश के कारण माधवरम से सेंगुनराम तक वडकराई रोड पूरी तरह से पानी में डूब गई। चक्रवात के मद्देनजर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को शहर में तैनात किया गया है। शहर के निचले इलाकों में बार-बार बिजली कटौती और जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। क्षेत्र में भारी जलभराव के कारण अलंदुर में थिलाई गंगा नगर सबवे को भी बंद कर दिया गया है। भारतीय मौसम विभाग ने चेन्नई में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है और तमिलनाडु के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, मिचौंग तूफान मंगलवार को नेल्लोर और मछलीपटनम के तटों से टकराने की संभावना है।
चेन्नई में भारी बारिश के चलते 5 की मौत
चेन्नई पुलिस के मुताबिक भारी बारिश के कारण शहर भर में पांच लोगों की मौत की रिपोर्ट मिली है। वैद्यनाथन फ्लाईओवर के पास एक प्लेटफॉर्म पर करीब 70 साल के एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला। उनके शव को सरकारी स्टेनली अस्पताल भेजा गया। लगभग 60 साल की एक अज्ञात महिला का एक और शव फोरशोर एस्टेट बस डिपो में मिला। डिंडीगुल जिले में बिजली का झटका लगने से पद्मनाभन (50) की मौत हो गई। उनके शव को चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल भेजा गया। एक अन्य व्यक्ति, गणेशन (70) भी पांडियन नगर में अपने घर के पास टहलते समय बिजली की चपेट में आ गए। बेसेंट नगर में पेड़ गिरने से मुरुगन (35) की मौत हो गयी।
मंगलवार को मछलीपट्टनम के तटों से टकराएगा तूफान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार भीषण चक्रवाती तूफान मिचौंग दोपहर तक चेन्नई से लगभग 100 किलोमीटर उत्तर-पूर्व और आंध्र प्रदेश के नेल्लोर से 120 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में केंद्रित था। चक्रवात मिचौंग धीरे-धीरे तेज होता जाएगा और उत्तर की ओर बढ़ेगा और कल सुबह बापटला के करीब नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा।