बांदा। पुलिस की सांठ-गांठ से चुनाव में पराजित प्रत्याशी के उत्पीड़न से आजिज आकर गोयरा मुगली की महिला प्रधान ने महामहिम राज्यपाल को पत्र भेजकर 22 जनवरी को परिवार समेत इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। महिला प्रधान का आरोप है कि हारा हुआ प्रत्याशी मेरे पति के खिलाफ पुलिस से मिलकर झूठे मुकदमे दर्ज कराता है। इसी की साज़िश से मेरा भाई जेल में बंद है।
राज्यपाल को भेजे पत्र में विकासखंड बड़ोखर खुर्द के ग्राम पंचायत गोयरा मुगली से प्रधान गुड्डन पत्नी फीमा उर्फ फहीम ने कहा कि चुनाव में हार का खुन्नस उतारने के लिए अकीद पुत्र इंदा ने उसके पति समेत पूरे परिवार का जीना दूभर कर दिया है। मटौंध थाने के दरोगा आशीष यादव से सांठ-गांठ कर वह फर्जी मुकदमे दर्ज कराता है, लेकिन अदालत में एक भी गवाह न होने की वजह से सारे मुकदमे ढेर हो जाते हैं और पुलिस को फटकार मिलती है। इसके बाद भी वह आजिज नहीं आ रहा है। पुलिस से मिलकर आए दिन झूठे मुकदमे दर्ज कराता है।
वह अपने आपको पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी का करीबी बताकर धमकी देता है। इतना ही नहीं वह अपने कंधे में बंदूक टांग कर पूरे गांव में घूमता है और विकास कार्यों में अड़ंगा लगाता है। इसी की साजिश से जालौन की थाना कदौरा पुलिस ने किसी अपराधी के बयान पर मेरे भाई को मुल्जिम बना दिया । वह आज भी उरई में जेल काट रहा है। महिला प्रधान ने कहा कि तमाम शिकायती प्रार्थना पत्रों के बावजूद दबंग अकीद व दरोगा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अगर सरकार कार्रवाई करने में बेबस है तो आगामी 22 जनवरी 2024 को मुझे परिवार समेत इच्छामृत्यु की अनुमति प्रदान कर दे। ताकि हम जिल्लत भरी जिंदगी से निजात पाने के लिए जय श्री राम बोलते हुए आत्मदाह कर लें। ग्राम प्रधान ने इस आशय के पत्र राज्यपाल,मुख्यमंत्री समेत अन्य उच्च अधिकारियों को पंजीकृत डाक से भेजे हैं।