बिजनौर। किरतपुर में गंगा-जमुनी तहज़ीब का एक शानदार उदाहरण सामने आया है। मोहल्ला काजियान निवासी मुस्लिम समाजसेवी व व्यापारी सफदर नवाज़ खां ने अपने गोदाम में वर्षों से कार्यरत हिंदू कर्मचारी गौतम कुमार की बेटी की शादी न सिर्फ अपने खर्चे पर कराई, बल्कि उसे बेटी की तरह विदा भी किया। यह नेक पहल क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बन गई है।
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30 अप्रैल को गौतम कुमार की बेटी राखी की बारात किरतपुर के आवामी बैंकट हॉल पहुंची, जहां जोरदार स्वागत किया गया। विवाह पंडित सुभाष द्वारा पूर्ण हिंदू रीति-रिवाजों के साथ संपन्न कराया गया।
सफदर नवाज़ खां ने विवाह की पूरी जिम्मेदारी उठाई, दान-दहेज सहित तमाम व्यवस्थाएं स्वयं कीं। इस अवसर पर व्यापारी नेता प्रदीप अग्रवाल, सरताज हुसैन सहित कई गणमान्य लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद व उपहार भेंट किए।
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नगर में सफदर नवाज़ खां की दरियादिली और भाईचारे की भावना की खूब सराहना हो रही है। उनकी इस पहल ने सांप्रदायिक सौहार्द और एकता को एक नई मजबूती दी है।