मेरठ। मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र के एक सरकारी आवासीय विद्यालय की कक्षा सात में पढ़ने वाली तीन छात्राएं संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने के मामले में गठित जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर विद्यालय की प्रभारी वार्डन और शिक्षिका की संविदा सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। वहीं सरूरपुर क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी का दूसरी जगह तबादला कर दिया गया है।
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शुक्रवार रात्रि को इस बारे में जानकारी देते हुए जिला प्रशासन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ के सरूरपुर विकासखंड में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की तीन छात्राऐं तीन अप्रैल को बिना किसी सूचना के कहीं चली गयी थी। काफी खोजबीन के उपरान्त भी नहीं मिल रही थी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी के द्वारा रात्रि 9.40 बजे सीडीओ नूपुर गोयल को सूचना दी। जिसके तत्काल उपरान्त मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को घटना की सूचना दी गयी।
जिलाधिकारी, मेरठ डॉ. वीके सिंह द्वारा सूचना प्राप्त होते ही मुख्य विकास अधिकारी मेरठ, अपर जिलाधिकारी प्रशासन बलराम सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राकेश कुमार मिश्रा को तत्काल मौके पर भेजा गया। इसके उपरान्त जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा द्वारा स्वयं भी मौके पर पहुंच कर रात्रि में ही जांच पड़ताल की गई। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना की जांच हेतु जिलाधिकारी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी व अपर जिलाधिकारी प्रशासन मेरठ की संयुक्त जांच समिति गठित की गई।
इस समिति द्वारा 4 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जांच रिपोर्ट में गंभीर अनियमितता, शिथिल पर्यवेक्षण व लापरवाही का दोषी पाते हुए कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की प्रभारी वार्डन रीना, पूर्णकालिक शिक्षिका बिन्दिया की संविदा सेवाऐं तत्काल प्रभाव से समाप्त करते हुए उन दोनों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दर्ज करायी जा रही है।