गाजियाबाद। लाजपतनगर निवासी विनोद ने बेटे के फाइनेंस कंपनी से 60 हजार रुपये लोन की किश्त चुकाने से बचने के लिए लूट की घटना का नाटक रचा था। पुलिस ने आरोपी बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने पूछताछ के बाद घटना का खुलासा किया। पुलिस का कहना है कि बुजुर्ग अपने बड़े बेटे की मौत के बाद मानसिक रूप से बीमार रहते हैं। पुलिस को बुजुर्ग के फोन से कई संदिग्ध चीजें मिली थीं। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया।
एसीपी रजनीश उपाध्याय ने बताया कि पांच सितंबर को विनोद कुमार ने सूचना दी कि रात दस बजे एक महिला और बदमाश उनकी पत्नी का नाम लेकर घर में घुस गए। जहां दोनों उनसे बोले कि उनकी जेब कट गई है और हल्द्वानी जाने के लिए तीन हजार रुपये चाहिए। बुजुर्ग ने घर से ढाई हजार रुपये दे दिए। बदमाशों ने पीने मंगाने के दौरान रसोई में जाकर उन्हें नशीला पदार्थ सुंघा दिया और 20 हजार रुपये लूट लिए। जाते-जाते बदमाशों ने उन्हें सूट-सलवार पहनाए, नाक-कान छेदकर शृंगार किया और महिला भेष में वीडियो उनकी फेसबुक आईडी से वायरल कर दी। एसीपी का कहना है कि पुलिस ने मोबाइल की जांच की तो उसमें चार-पांच दिन की कॉल डिटेल डिलीट थी।
टीम को शक हुआ तो कई और बातें सामने आईं। जांच में आया कि रात 12 बजकर 08 मिनट पर फोन में बुजुर्ग ने सेल्फी थी। दूसरा प्वाइंट यह कि बदमाशों को आईडी पासवर्ड कैसे पता चला । तीसरा तथ्य यह है कि वीडियो और सेल्फी में बुजुर्ग ने जो गहने पहने थे वो पुलिस के पहुंचने से पहले अलमारी व मेज से गायब थे। जांच के दौरान पुलिस ने पूरे घर और अलमारी की वीडियो बनाई जबकि अगले दिन गायब आभूषण बुजुर्ग की अलमारी में रखे मिले थे।