गाजियाबाद। गाजियाबाद में सोमवार को निकाय चुनाव के लिए टिकट कटने से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट हुई। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के आने से पहले मेयर प्रत्याशी सुनीता दयाल के चुनाव कार्यालय पर कार्यकर्ता एक-दूसरे से भिड़ गए। कहासुनी के बाद लात-घूसे भी चले। पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया। वहीं, भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी के कैंप कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। काफी जद्दोजहद के बाद मामला शांत हुआ। दोनों ही जगहों पर करीब 3 घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
मामले का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कार्यकर्ता एक-दूसरे से मारपीट कर रहे हैं। साथ ही गाली-गलौच भी कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पुलिसकर्मी मामले को शांत कराने का प्रयास कर रहे हैं।
मेयर प्रत्याशी का नामांकन कराने के लिए सोमवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक आने वाले थे। इससे पहले भाजपा के महानगर प्रभारी अमित वाल्मीकि, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा समेत कई विधायक और तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी मेयर के चुनाव कार्यालय पर इकट्ठा थे। इसी दौरान टिकट कटने से नाराज कार्यकर्ता वहां पहुंचने शुरू हो गए।
इसी बीच सांसद जनरल वीके सिंह और साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा के पक्ष के कार्यकर्ता भी आ गए। ये वे लोग थे, जो भाजपा से पार्षद का टिकट चाहते थे, लेकिन ऐन वक्त पर नाम कट गया। या फिर ये लोग उस प्रत्याशी से नाराज थे, जिसका टिकट फाइनल हुआ है। इन कार्यकर्ताओं ने महानगर प्रभारी अमित वाल्मीकि को खूब खरी-खोटी सुनाई।
एक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि जो प्रत्याशी दिल्ली में रहता है, उसे राजनगर एक्सटेंशन इलाके से टिकट दिया गया है। ऐसे में हम बाहरी प्रत्याशी को कैसे स्वीकार कर सकते हैं। एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का नाम लेकर टिकट बांटने में जेबें भर गई हैं। ऐसा कई वाडरें में हुआ है।
इधर, विधायक अजीत पाल त्यागी के कैंप कार्यालय पर हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना था कि जबसे खोड़ा चेयरमैन सीट पर रीना भाटी का टिकट हुआ है, तबसे वे पार्षद दावेदारों के नाम कटवाए जा रही हैं। अब तक तीन नाम कटवाए जा चुके हैं और छह नाम होल्ड करवा दिए हैं। आरोप लगाया कि ये सब विधायक अजीतपाल त्यागी के इशारे पर हो रहा है। यहां विधायक के सुरक्षाकर्मियों ने दोनों पक्षों को बामुश्किल अलग किया।