गाजियाबाद । उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक पब्लिक पार्क में सादे कपड़ों में एक कांस्टेबल, एक होम गार्ड और एक अज्ञात व्यक्ति ने एक जोड़े को परेशान किया गया और उनका यौन शोषण किया।
पुलिसकर्मी ने युवती पर यौन गतिविधियों में शामिल होने के लिए दबाव डाला और उन्हें छोड़ने के लिए जोड़े से 10,000 रुपये की मांग की। जोड़े को लगभग तीन घंटे तक यातना सहनी पड़ी। जोड़े ने पेटीएम से उन्हें 1,000 रुपये ट्रांसफर किए, जिसके बाद उन्हें जाने दिया। लड़की ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपियों ने उसके प्राइवेट पार्ट को भी छुआ।
घटना 16 सितंबर को हुई थी, लेकिन इसका खुलासा 28 सितंबर को तब हुआ, जब जोड़े ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए 12 दिनों तक संघर्ष किया। इस जोड़े की सगाई हो चुकी है और दोनों कुछ पल बिताने के लिए पार्क में मिले थे, जो एक बुरे अनुभव में बदल गया।
कोतवाली नगर पुलिस स्टेशन में आधिकारिक तौर पर एक एफआईआर दर्ज की गई, जिसके परिणामस्वरूप साईं उपवन में 112-पीआरवी के कांस्टेबल को तत्काल निलंबित कर दिया गया। दोषी होम गार्ड को जवाबदेह ठहराने और इस परेशान करने वाली घटना में शामिल तीसरे व्यक्ति की जांच के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है।
कोतवाली नगर पुलिस स्टेशन की सहायक पुलिस आयुक्त निमिष पाटिल ने जानकारी देते हुए बताया कि 28 सितंबर को एक घटना की सूचना मिली थी, जिसमें एक लड़की ने आरोप लगाया कि थाना क्षेत्र स्थित साईं उपवन में पीआरवी-112 के दो पुलिसकर्मियों ने उससे व उसके मंगेतर से अभद्रता की, उस पर संबंध बनाने का दवाब डाला और अवैध धन की मांग की।
एसीपी ने कहा, ”घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने तुरंत संबंधित धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की। आगे की जांच से पता चला कि पीआरवी 4757 पर दो पुलिसकर्मी तैनात थे, जिनमें से एक कांस्टेबल था और दूसरा होम गार्ड था।”
कांस्टेबल को तुरंत निलंबित कर दिया गया और होम गार्ड के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए विभाग को सूचित किया गया है। घटना में शामिल तीसरे व्यक्ति के बारे में भी जानकारी प्राप्त हुई है और पुलिस उस संबंध में प्रारंभिक कानूनी कार्रवाई कर रही है।