हिसार। हरियाणा में विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा के सामने चुनौतियाँ बढ़ती नजर आ रही हैं। विशेष रूप से, कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की माता सावित्री जिंदल ने पार्टी से टिकट न मिलने पर बगावत करते हुए हिसार से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। यह भाजपा के लिए एक कठिन स्थिति पैदा कर सकती है, क्योंकि सावित्री जिंदल एक प्रमुख और प्रभावशाली राजनीतिक शख्सियत हैं। उनके चुनावी मैदान में उतरने से भाजपा की चुनावी गणित प्रभावित हो सकती है।
हिसार में भाजपा द्वारा कमल गुप्ता को टिकट दिए जाने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, और पार्टी के भीतर असंतोष उभर कर सामने आ रहा है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन ने इस फैसले से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी है, जिसे लेकर उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान घोषणा की।
वहीं, सावित्री जिंदल, जो कांग्रेस की एक प्रभावशाली नेता हैं और हिसार से पूर्व में विधायक और मंत्री रह चुकी हैं, इस सीट पर एक महत्वपूर्ण दावेदार हो सकती हैं। उनके पति ओम प्रकाश जिंदल भी कांग्रेस के बड़े नेता और मंत्री रह चुके हैं। सावित्री जिंदल न केवल एक राजनीतिक शख्सियत हैं, बल्कि वह भारत की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं, और चौथे स्थान पर हैं।
इस प्रकार, हिसार में चुनावी मुकाबला कड़ा और दिलचस्प हो सकता है, जहां एक तरफ भाजपा में बगावत की स्थिति है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से सावित्री जिंदल जैसी शक्तिशाली उम्मीदवार हैं।