मुरादाबाद। दवा के व्यवसाय में कारोबारी पार्टनर बनकर एक चिकित्सक को उनके ही दोस्तों ने लाखों रुपये का चूना लगा दिया। धोखाधड़ी व ठगी के शिकार पीड़ित ने जब मदद की गुहार लगाई तो पुलिस ने भी किनारा कर लिया। कोर्ट के आदेश पर थाना पुलिस ने गुरुवार को आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
थाना मुगलपुरा क्षेत्र स्थित वारसी नगर जामा मस्जिद के निवासी माशूक खान ने शरीर में कहा था कि वह पेशे से चिकित्सक हैं। नवाबपुरा थाना क्षेत्र के बाग गुलाब राय के रहने वाले फिरोज हसन सिद्दीकी उनके घनिष्ट मित्र थे।
बातचीत में फिरोज ने खुद के बेरोजगार होने का हवाला देकर अपने चिकित्सक दोस्त से मदद की गुहार लगाई। माशूक खान के मुताबिक उनके दोस्त ने दवा के कारोबार में साझीदार बनाने का प्रस्ताव उनके सामने रखा। दोस्त की मजबूरी व बेरोजगारी भांप वह मदद में आगे बढ़े। दवा के कारोबार में 25 लाख रुपये का इन्वेस्टमेंट करते हुए वह अपने दोस्त के पार्टनर बन गए। मैसर्स रेड रेस फार्मा नाम से उनके दोस्त ने अपने ही मकान में दवा की दुकान खोली। कारोबार में अच्छा मुनाफा होने लगा।
कुछ माह बाद ही दोस्त की नियत में खोट आ गई। दो अन्य मददगारों की मदद से फिरोज हसन ने अपनी दूसरी फर्म का रजिस्ट्रेशन करा दिया। कारोबार में धोखाधड़ी का अहसास होते ही डाक्टर अपने 25 लाख रुपये वापस मांगने लगे। पंचायत में 18 लाख 40 हजार रुपये दोस्त ने नगद वापस कर दिया। शेष 6 लाख 60 हजार रुपये के एवज में दो चेक चिकित्सक को दिए। दोस्त के खाते में धन नहीं था। ऐसे में चेक बाउंस हो गया। रुपये का भुगतान न होने से परेशान चिकित्सक ने महीनों दोस्त के चक्कर काटे। रुपये मांगने पर फिरोज हसन सिद्दीकी अपने ही दोस्त को जान से मारने की धमकी देने लगा। तब पीड़ित ने नागफनी थाने में तहरीर दी।
गुहार अनसुनी होने पर पीड़ित चिकित्सक ने न्यायालय की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर थाना नागफनी पुलिस ने गुरुवार को फिरोज हसन सहित तीनों आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।