मुजफ्फरनगर। दिल्ली के कोचिंग सेंटर में बेसमेंट के अंदर पानी भरने से हुई 3 छात्रों की मौत के बाद मुज़फ्फरनगर में भी प्रशासन व विकास प्राधिकरणअलर्ट मोड़ में नजर आ रहा है। दिल्ली की घटना को देखते हुए मुजफ्फरनगर में विभिन्न प्रतिष्ठानों में बने बेसमेंट का निरीक्षण करने सोमवार को एमडीए उपाध्यक्ष कविता मीणा और सचिव आदित्य प्रजापति टीम के साथ निकले। पहले ही दिन निरीक्षण में मुज़फ्फरनगर के प्रमुख पब्लिक स्कूल समेत छह बेसमेंट अवैध रूप से बिना मानकों के बने मिले। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ने सभी प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किया है। इसके अलावा अंसारी रोड पर बन रहे अवैध मार्किट का निर्माण कार्य रुकवा दिया है.
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा और सचिव आदित्य प्रजापति सोमवार को शहर में बेसमेंट बनाकर चल रहे प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करने निकले। उन्होंने होटल रेडिऐंट इन, ग्रांड प्लाजा, द एसडी पब्लिक स्कूल, होटल वेलविस्टा, जानसठ रोड स्थित टीवीएस मोटर्स, आनंद हास्पिटल, हाइवे स्थित होटल रेडिएंड इन, जगदीश हास्पिटल के बेसमेंट का निरीक्षण किया और वहां की लिफ्ट सर्विस सहित निकासी द्वार की जांच की। इस दौरान अधिकारियों को केवल ग्रेंड प्लाजा होटल के बेसमेंट ही मानकों के अनुरूप मिले।
एमडीए उपाध्यक्ष कविता मीणा ने बताया कि मानकों के अनुरूप बेसमेंट नहीं मिलने पर सभी प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि लगातार निरीक्षण जारी रहेगा। चिन्हित कर अन्य पर भी कार्रवाई होगी।
इसके अलावा शहर के अंसारी रोड स्थित असर्फी मार्केट में अवैध रूप से दुकाने बनाने की शिकायत स्थानीय दुकानदारों द्वारा प्राधिकरण अधिकारी को कर दी, जिसके बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने पहुंचकर काम को रुकवाकर कार्रवाई की चेतावनी दी।
अंसारी रोड पर त्यागी काम्पलेक्स के सामने असर्फी मार्किट है। वहां मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण में बिना सूचना ही कुछ दुकानदारों ने मार्किट की दुकानों के बाहर बने चबूतरे घेरकर दुकानों को आगे तक बढ़ा लिया, इससे मार्किट के अन्य दुकानदार खफा हो गए। इसके बाद मार्किट में कुछ लोगों ने मिलकर नई दुकानों के निर्माण का कार्य भी शुरू किया। स्थानीय दुकानदारों ने इसकी शिकायत मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा को कर दी, जिसके बाद उपाध्यक्ष के निर्देश पर प्राधिकरण के इंजीनियर और सुपरवाइजर मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य की जानकारी ली। निर्माण करने वाले लोग टीम देख वहां से भाग गए।
इस दौरान प्राधिकरण की टीम मौके की वीडियो और फोटो लेकर वहां से चली गई। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि मार्किट में निर्माण कार्य के लिए कोई स्वीकृति और मानचित्र प्राधिकरण में जमा नहीं है, जिसके चलते निर्माण करना अवैध है। सूत्रों का कहना है कि अंसारी रोड पर एक मिठाई विक्रेता पिछले कई महीनों से मार्किट में पार्किंग वाली जगह में अवैध रूप से दुकाने बनाने की तैयारी कर रहा है। वह मार्किट बंद होने और कांवड में रास्ते बंद होने का लाभ उठाकर काम शुरू करा रहा था।