मुजफ्फरनगर। जिले के रोनी हरजीपुर गांव स्थित शिव मंदिर में मूर्तियों का खून से तिलक और जगह जगह खून के छींटे मिलने की घटना में तांत्रिक ऋषिपाल सहित मनीष, सुभाष, इंद्रपाल गिरफ्तार किये गए है। तांत्रिक ने संतान प्राप्ति के लिए इंद्रपाल को उपाय सुझाया और इन सबने मिलकर मंदिर में कबूतर की गर्दन काटकर बलि दी। खून से मूर्तियों का तिलक भी किया गया था। इस घटना को लोग दूसरे समाज के लोगों पर मढ़ रहे थे लेकिन पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर केस का खुलासा कर असली गुनहगार पकड़ लिए।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि इस घटना में टांडा नहर पुल के पास 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है,जब गिरफ्तार अभियुक्तों में से रिषीपाल ने बताया कि वह तंत्र मंत्र का काम करता है,ओर कई लोगों का इलाज उसने तंत्र मंत्र से किया है,गांव के रहने वाले इंद्रपाल जिसकी शादी करीब 25 वर्ष पूर्व हुई थी,लेकिन उसके अभी तक कोई संतान नही थी,सुभाष मेरे पास आया तो मैंने इंद्रपाल को संतान प्राप्ति के लिए उपाय बताया।
तब हम सब ने मिलकर एक योजना बनाई,हमने जंगल से एक कबूतर पकड़ा और 29 और 30 मई की मध्य रात्रि में भमेला रोड़ पर बाबा दिवाननाथ समाधि प्राचीन मंदिर रोनी हरजीपुर में कबूतर की गर्दन काटकर उसके खून की बूंदे मंदिर में गिरा दी थी,ताकि इंद्रपाल को संतान प्राप्ति हो सके।वही इस प्रकरण में पकड़े गए अभियुक्तों के नाम रिषीपाल,मनीष,शुभाष,ओर इंद्रपाल है,पकड़े गए सभी अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।