मुजफ्फरनगर। विद्युत कर्मियों की 72 घंटे की हडताल के चलते बिजली पानी को तरसे लोगों के सब्र का बांध कई बार टूटा। लगभग 64 घंटे बाद बिजली व पानी की आपूर्ति सुचारू हो सकी, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
जिले में लगभग हर कस्बे व मुजफ्फरनगर शहर में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। जिला प्रशासन के प्रयासों से अलग-अलग जगह पानी की आपूर्ति भी कराने का प्रयास किया गया, जिससे ट्यूबवैलों पर जनरेटर लगाकर पानी की सप्लाई की गई। जैसे-तैसे करके पानी का प्रबंध तो हो गया, लेकिन विद्युत आपूर्ति बहाल न होने से लोगों के सब्र का बांध टूट गया।
गांधी कालोनी बिजलीघर, महावीर चौक बिजलीघर, रूडकी रोड बिजलीघर व शामली रोड बिजलीघर पर कई बार हंगामा हुआ। पुलिस भी सभी बिजलीघरों पर तैनात रही और लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। लोगों का कहना था कि जब विद्युतकर्मियों हडताल की घोषणा पहले ही कर दी थी, तो शासन प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए था और लोगों की परेशानी को समझते हुए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी, लेकिन हडताल के होते ही सारी व्यवस्था चरमरा गई और लोग बिजली पानी को तरस गये।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी, मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया,अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह व सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार भी लगातार भ्रमण पर रहे और कन्ट्रोल रूम में भी व्यवस्था को संभाला, जिससे स्थिति पर नियत्रंण किया जा सके ।